- MP के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने छिंदवाड़ा में कफ सिरप से हुई बच्चों की मौत पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया
- डॉ. मोहन यादव ने कहा कि वे बिहार सहित अन्य राज्यों में चुनावों में पार्टी के समर्थन के लिए जाएंगे
- मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान राम और कृष्ण की संस्कृति से प्रेरणा लेना देश की सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है
छिंदवाड़ा में कफ सिरप से सात बच्चों की मौत पर एनडीटीवी से खास बातचीत में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सख्त कार्रवाई के संकेत दिए हैं. इसी संवेदनशील मुद्दे पर और साथ ही बिहार चुनाव, किसानों के लिए भावांतर योजना और धार्मिक संदर्भों पर उठे विवादों को लेकर एनडीटीवी ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से खास बातचीत की.
प्रश्न: बिहार चुनाव के लिये आप फिर जा रहे हैं भोपाल में केवट सम्मेलन हुआ, फिर पटना में यादव सम्मेलन हुआ...
डॉ मोहन यादव ने कहा, मैं एक राज्य का मुख्यमंत्री हूं और हमारी पार्टी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है. जिस प्रकार से हमारी पार्टी के लिए लोगों का लगाव जुड़ रहा है, यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में स्वाभाविक रूप से हमारा फर्ज बनता है कि हम जहां चुनाव होता है, वहां जाएं. चाहे हरियाणा हो, दिल्ली हो या कोई भी राज्य हो, बिहार भी होगा तो वहां भी जाएंगे, आगे बंगाल होगा तो वहां भी जाएंगे.
प्रश्न: आपने कृष्ण भगवान से अवंतिका और पाटलिपुत्र के रिश्तों की बात कही...
डॉ मोहन यादव ने कहा, देश हमारा भगवान राम और भगवान कृष्ण की संस्कृति को मानने वाला हैं. उनका जीवन उदाहरण है कि कठिनाइयों से कैसे बाहर निकला जाए. भगवान राम के वनवास से लेकर रावण के साथ युद्ध तक लोग आज भी प्रेरणा लेते हैं. अगर अच्छी बातों का संदर्भ लेकर हम चर्चा करते हैं तो इसमें गलत क्या है? कांग्रेस क्यों भगवान के नाम से डरती है? वह श्रीराम और श्रीकृष्ण के जन्म स्थान से लेकर बाकी जगह संकट खड़ा करती है. लेकिन आम समाज तो अपने अतीत की अच्छी घटनाओं और प्रसंगों को जीवन में अपनाना चाहता है.
प्रश्न: सोयाबीन के लिये आपने भावांतर का ऐलान किया है, मध्यप्रदेश ‘सोयाप्रदेश' है, लेकिन इस बार किसान परेशान हैं क्या इससे समाधान निकलेगा?
डॉ मोहन यादव ने कहा, पिछली बार हमने ₹4800 की बात कही थी, गेहूं ₹2600 क्विंंटल पर खरीदा था. हमारी सरकार ने जो कहा वह किया. इस बार सोयाबीन का एमएसपी ₹5328 है. हमने 24 तारीख से भावांतर योजना के तहत पंजीयन की तारीख तय कर दी है. किसान रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में रेट गिरते हैं, तो भी सरकार पूर्ति करेगी.
प्रश्न: लेकिन 2017 का अनुभव बताता है कारोबारियों ने भाव चढ़ने नहीं दिया, किसानों को नुकसान हुआ और कारोबारियों को फायदा...
डॉ मोहन यादव ने कहा, यह बात बिल्कुल सही है. हमने इस बार पुख्ता प्रबंध किए हैं. कलेक्टर, एसडीएम, मंडी सचिव पर जिम्मेदारी होगी कि भाव न गिरने दें. अगर फिर भी ऐसा होता है, तो सरकार किसानों को उसका भुगतान करेगी. हमारे पास किसानों के लिए हमेशा धनराशि सुरक्षित है.
प्रश्न: छिंदवाड़ा में 7 बच्चों की मौत हो गई कहा जा रहा है कि कफ सिरप का पूरा बैच खराब था क्या इस पर बड़े स्तर पर कार्रवाई होगी?
डॉ मोहन यादव ने कहा, बिल्कुल. हम संवेदनशीलता के साथ सरकार चलाते हैं. किसी भी शिकायत पर हर विभाग तुरंत कार्रवाई करता है. हेल्थ डिपार्टमेंट इस मामले में जांच और कार्रवाई कर रहा है और उसी दिशा में आगे बढ़ रहा है.