हनुमान भक्त Vs शिव भक्त! कमलनाथ को 'अपने घर' छिंदवाड़ा में बीजेपी से मिल रही कड़ी चुनौती

छिंदवाड़ा में 102 फीट से ज्यादा ऊंची हनुमान मूर्ति स्थापित करवाने वाले कमलनाथ (Congress Leader Kamalnath) खुद को 'संकटमोचक' के भक्त बताने का कोई मौका नहीं चूक रहे हैं. वहीं बीजेपी प्रत्याशी विवेक साहू भी भगवान शिव के प्रति अपनी भक्ति दिखाने में पीछे नहीं हैं.

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मध्य प्रदेश में बीजेपी-कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर
नई दिल्ली:

मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव (MP Assembly Election 2023) होना है. कांग्रेस एक बार फिर से सत्ता वापसी की कोशिशों में लगी हुई है. लेकिन कांग्रेस के लिए ये राह इतनी भी आसान नहीं है. राज्य कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को उनके अपने गृहक्षेत्र छिंदवाड़ा में बीजेपी से कड़ी चुनौती मिलती दिख रही है. 76 साल के कमलनाथ फिलहाल छिंदवाड़ा से विधायक हैं. वह खुद को कट्टर हनुमान भक्त बताते हैं, अभ उनका मुकाबला अपने ही गृहनगर में बीजेपी उम्मीदवार विवेक बंटी साहू से है, जो कि एक शिव भक्त हैं. साल 2018 के विधानसभा चुनावों में भी दोनों आमने-सामने थे. उस समय कमलनाथ ने विवेक साहू को  25,837 वोटों के अंतर से हरा दिया था. 

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छिंदवाड़ा में कमलनाथ को बीजेपी से कड़ी चुनौती

बीजेपी ने विवेक साहू को एक बार फिर से उम्मीदवार बनाकर छिंदवाड़ा सीट से कमलनाथ के सामने उतारा है. वहीं विवेक साहू अपनी पिछली हार का बदला लेने की पूरी कोशिश कमलनाथ से करने के मूड में हैं. बीजेपी उम्मीदवार विवेक साहू छिंदवाड़ा जिले के बीजेपी युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष हैं. वह स्टार निर्वाचन क्षेत्र की मतदाता प्रोफ़ाइल और जाति संयोजन से अच्छी तरह परिचित हैं. वहीं बीजेपी कमलनाथ के हाथ से छिंदवाड़ा सीट छोड़ने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रही है. इस बात की पूरी संभावना है कि अगर कांग्रेस एक बार फिर से मध्य प्रदेश में सत्ता में लौटती है तो कमलनाथ ही सीएम बनेंगे. वह साल 2020 में भी चुनाव जीतकर  मुख्यमंत्री बने थे. हालांकि सत्ता संकट की वजह से उनको अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी थी.

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खुद को धार्मिक बताने में जुटे बीजेपी-कांग्रेस उम्मीदवार

बता दें कि छह महीने पहले बीजेपी ने गाड़ी पर दूरबीन रखकर एक अभियान चलाया था, जिसमें कहा गया था कि वह पिछला चुनाव जीतने के बाद छिंदवाड़ा से गायब कमलनाथ की तलाश कर रहे हैं.अपने अभियान के माध्यम से, बीजेपी ने यह बात घर-घर में पहुंचाने की कोशिश की कि पूर्व केंद्रीय मंत्री अपने निर्वाचन क्षेत्र में काम नहीं कर रहे हैं. कई लोगों का मानना ​​है कि बीजेपी के इस कदम का मकसद छिंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से कमलनाथ को हराना है. इस सीट पर 1957 के बाद से कांग्रेस 13 बार जीत चुकी है तो वहीं बीजेपी को सिर्फ तीन बार ही जीत नसीब हुई है. बीजेपी इस चुनाव कांग्रेस को कड़ी टक्कर देने के पूरे मूड में है. दोनों ही दल मतदाताओं को लुभाने के लिए अपनी धार्मिकता का प्रदर्शन करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं.

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कमलनाथ 'हनुमान भक्त' तो विवेक साहू 'शिव भक्त'

 कुछ साल पहले छिंदवाड़ा में 102 फीट से ज्यादा ऊंची हनुमान मूर्ति स्थापित करवाने वाले कमलनाथ खुद को 'संकटमोचक' के भक्त बताने का कोई मौका नहीं चूक रहे हैं. वहीं बीजेपी प्रत्याशी विवेक साहू भी भगवान शिव के प्रति अपनी भक्ति दिखाने में पीछे नहीं हैं. उन्होंने इस साल छिंदवाड़ा में भगवान शिव की 84 फुट ऊंची मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कराई है. उन्होंने अपने चुनाव अभियान की शुरुआत कमलनाथ की तरह ही पूजा-अर्चना से की. कमलनाथ हिंदू राष्ट्र की मांग करने वाले धीरेंद्र शास्त्री की मेजबानी कर चुके हैं साथ ही वह  पंडित प्रदीप मिश्रा की भी मेजबानी कर चुके हैं. उनके इस कदम पर कांग्रेस के एक धड़े ने नाराजगी भी जताई थी. 

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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