केरल में पिछले वर्ष 20 हजार से अधिक लोगों ने ऑनलाइन धोखाधड़ी में 201 करोड़ रुपये गंवाए: पुलिस

पुलिस के लिए इन मामलों में शिकायत में देरी एक बड़ी समस्या है. यदि राशि गंवाए जाने के दो घंटे के भीतर सूचना दे दी जाती है तो धन राशि वापस मिलने की संभावना अधिक होती है. जबकि पुलिस को अक्सर घटना के 10 दिन बाद शिकायत मिलती है जिससे जालसाजों को राशि निकालने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है

Advertisement
Read Time: 5 mins

केरल पुलिस ने ऑनलाइन धोखाधड़ी (Online Fraud in Kerala) से जुड़े खतरे को लेकर जागरूक करते हुए कहा कि बीते वर्ष राज्य में 23,753 लोगों ने लगभग 201 करोड़ रुपये गंवा दिए. पुलिस ने बताया कि उसकी साइबर अपराध शाखा इस राशि का 20 प्रतिशत बरामद करने में सफल रही है. इसके साथ ही उन 5,107 बैंक खाते, 3,289 मोबाइल नंबर, 239 सोशल मीडिया खाते और 945 वेबसाइट को भी बंद करा दिया, जिनका इस्तेमाल धोखाधड़ी के लिए किया गया था.

राज्य पुलिस मीडिया केंद्र द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार पुलिस ने लोगों से घटना के दो घंटे के भीतर हेल्पलाइन नंबर-1930 पर धन संबंधित ऑनलाइन धोखाधड़ी की सूचना देने का आग्रह किया. ऐसा करने से धोखाधड़ी में गंवाई हुई राशि वापस मिलने की संभावना बढ़ जाती है.

इसमें बताया गया, ‘‘ पुलिस के लिए इन मामलों में शिकायत में देरी एक बड़ी समस्या है. यदि राशि गंवाए जाने के दो घंटे के भीतर सूचना दे दी जाती है तो धन राशि वापस मिलने की संभावना अधिक होती है. जबकि पुलिस को अक्सर घटना के 10 दिन बाद शिकायत मिलती है जिससे जालसाजों को राशि निकालने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है.''

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
NEET के बाद अब UPPCS J परीक्षा में धांधली, फिर से करवाए जाएंगे इम्तिहान