- मोंथा तूफान के कारण आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में तेज हवाओं और बारिश से भारी नुकसान हुआ है.
- विशाखापत्तनम के पश्चिमी हिस्से में जनता कॉलोनी पूरी तरह पानी में डूब गई है, लोग पानी से होकर गुजर रहे हैं.
- कृष्णा जिले के अवनीगड्डा निर्वाचन क्षेत्र में तेज हवाओं से पेड़ उखड़ गए और बिजली की लाइनों को नुकसान पहुंचा.
मोंथा तूफान बुधवार तड़के जब आंध्र प्रदेश के यानम के तटीय इलाकों मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच से होकर गुजरा तो वहां का मंजर भयावह था. तेज हवाओं ने ऐसा कहर बरपाया कि न जानें कितने किसानों की उम्मीदों पर पानी फिर गया. खेती बर्बाद हो गई. पेड़ टूटकर सड़कों पर बिखर गए. वहीं तूफान की वजह से जमकर हुई बारिश की वजह से कई आंध्र के कई शहरों में पानी भर गया. लोग अपने वाहनों को सड़कों पर भरे पानी से होकर गुजरने को मजबूर हैं. तूफान अब भले ही कमजोर होकर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो चुका है, लेकिन आंध्र के तटीय इलाकों में अब भी इसका असर अब भी जारी है.
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मोंथा तूफान की वजह से आंध्र प्रदेश में जमकर बारिश हो रही है. विशाखापत्तनम के विशाख पश्चिम में जनता कॉलोनी पूरी तरह पानी में डूब गई. लोगों को घुटनों से ऊपर पानी में होकर गुजरना पड़ रहा है.
मोंथा का कहर आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले में भी देखा जा रहा है. ओंगोल की सड़कों पर पानी भर गया है. वाहनों को पानी में होकर सड़क पार करनी पड़ रही है. हर तरफ पानी ही पानी देखा जा रहा है. बाइकें आधी पानी में डूब चुकी हैं.
मोंथा की वजह से आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले का अवनीगड्डा निर्वाचन क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ है. तूफान की वजह से मंगलवार दोपहर से तेज़ हवाएं चलने लगीं. जिसकी वजह से कई जगहों पर सड़कों पर बड़े-बड़े पेड़ उखड़ गए.
मोंथा तूफान की वजह से आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में कई जगहों पर पेड़ उखड़कर बिजली की लाइनों पर गिर पड़े, जिससे बिजली के खंभे भी उखड़ गए और बिजली की लाइनें सड़कों पर बिखर गईं.
मोंथा की वजह से हवाएं इतनी तेज चल रही थीं कि कई घरों के ऊपर से टिन शेड की बनी छतें उखड़कर नीचे जा गिरीं.
मोंथा की वजह से आंध्र के कोनासीमा जिले में केले की खेती नष्ट हो गई है. पेड़ जड़ों से टूटकर खेतों में बिखर गए हैं.














