मॉनसून इस बार केरल में 1 जून को नहीं देगा दस्तक, जानें डेट

आईएमडी के आंकड़े के अनुसार, यदि मॉनसून केरल में उम्मीद के अनुरूप पहुंचता है, तो यह 2009 के बाद से भारत में मॉनसून का समय से पहले आगमन होगा. तब मॉनसून 23 मई को आया था.

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भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के 27 मई को केरल पहुंचने की संभावना है, जो आमतौर पर एक जून को दस्तक देता है. आईएमडी के आंकड़े के अनुसार, यदि मॉनसून केरल में उम्मीद के अनुरूप पहुंचता है, तो यह 2009 के बाद से भारत में मॉनसून का समय से पहले आगमन होगा. तब मॉनसून 23 मई को आया था.

आमतौर पर, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून एक जून तक केरल में दस्तक देता है और 8 जुलाई तक पूरे देश में छा जाता है. यह 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से पीछे हटना शुरू कर देता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से वापस चला जाता है.

आईएमडी ने अप्रैल में 2025 के मानसून में सामान्य से अधिक कुल वर्षा का पूर्वानुमान जताया था और अल नीनो परिस्थितियों की संभावना को खारिज कर दिया था, जो भारतीय उपमहाद्वीप में सामान्य से कम वर्षा से जुड़ी है.

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय में सचिव एम रविचंद्रन ने कहा था, ‘‘भारत में चार महीने के मानसून (जून से सितंबर) में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है.''

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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