संसद का मॉनसून सत्र (Monsoon Session) 17 जुलाई से शुरू होकर 10 अगस्त तक चल सकता है. संसदीय मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक में इस पर फैसला होगा. अगले कुछ दिनों में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली सीसीपीए की बैठक में ये फैसला होगा. माना जा रहा है कि इस बार मॉनसून सत्र में दिल्ली में अफसरों की ट्रांसफर नियुक्ति के लिए अथॉरिटी बनाने वाले अध्यादेश का मुद्दा छाया रहेगा.
बता दें कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने देशभर में विपक्षी नेताओं से मुलाकात करके अध्यादेश मामले पर उनका समर्थन मांगा है. इसी अध्यादेश को लेकर कांग्रेस ने अभी तक अपना स्टैंड क्लीयर नहीं किया है, जिसे लेकर आम आदमी पार्टी ने पटना में विपक्षी दलों की बैठक में राहुल गांधी से मतभेद भुलाने और साथ मिलकर आगे बढ़ने को कहा है. आप लगातार कांग्रेस पर उसका साथ देने का दबाव बना रही है.
इससे साथ ही संसद के उच्च सदन राज्यसभा की 10 सीटें खाली हो रही हैं. इन सीटों के लिए 24 जुलाई को चुनाव होगा. इनमें से पश्चिम बंगाल की 6, गुजरात की 3 और गोवा की एक सीट शामिल है. पश्चिम बंगाल में डेरेक ओ ब्रायन, डोला सेन, प्रदीप भट्टाचार्य, सुष्मिता देव, शांता छेत्री और सुखेंदु शेखर रे का कार्यकाल 18 अगस्त तक समाप्त हो रहा है. वहीं, पश्चिम बंगाल में लुज़िन्हो जोकिम फलेरियो के इस्तीफे से खाली राज्यसभा सीट पर 24 जुलाई को ही उपचुनाव होगा. इस सीट का कार्यकाल 2 अप्रैल 2026 तक है.
वहीं, गुजरात से विदेश मंत्री एस जयशंकर, दिनेश जेमलभाई अनावडीया और लोखंडवाला जुगलसिंह माथुरजी का कार्यकाल 18 अगस्त को ही खत्म हो रहा है. राजनीतिक हलकों में विदेश मंत्री एस जयशंकर को फिर से गुजरात से भेजे जाने की पूरी संभावना व्यक्त की जा रही है. जबकि गोवा से विनय तेंडुलकर का कार्यकाल 28 जुलाई को समाप्त होगा. इन सभी सीटों पर नामांकन की तारीख 13 जुलाई है.
गुजरात की जिन 3 राज्यसभा सीटों पर चुनाव होगा, उनमें पूरी तरह से बीजेपी का दबदबा रहेगा. क्योंकि कांग्रेस विधानसभा में कमजोर स्थिति में ऐसे में फिर से तीनों सीटों पर बीजेपी की जीत तय है. ऐसे में चर्चा यह है कि पार्टी फिर से विदेश मंत्री एस जयशंकर को राज्यसभा भेजेगी. दो अन्य सीटों पर बदलाव हो सकता है. राज्य सभा के जिन दो अन्य सदस्यों का कार्यकाल पूरा होगा. इनमें जुगल जी ठाकोर और दिनेश चंद्र अनावड़िया का नाम शामिल है.