महाराष्ट्र विधानमंडल का मानसून सत्र 17 जुलाई से, मंत्रिपरिषद विस्तार पर अनिश्चितता

अजित पवार और उनके समर्थकों के अलग होने के बाद विभाजित हुई राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के सूत्रों के मुताबिक, 19 विधायकों ने हलफनामा देकर कहा है कि वे पार्टी संस्थापक शरद पवार के साथ खड़े हैं.

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मुंबई: महाराष्ट्र विधानमंडल का मानसून सत्र 17 जुलाई से चार अगस्त तक चलेगा. यह निर्णय शुक्रवार को विधानसभा की कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में लिया गया. बैठक में CM एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के साथ रविवार को सरकार में शामिल हुए उपमुख्यमंत्री अजित पवार और राकांपा नेता छगन भुजबल मौजूद थे. भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सूत्रों ने कहा कि सत्र से पहले मंत्रिपरिषद के विस्तार की संभावना नहीं है, हालांकि राकांपा से मंत्रियों को विभागों का आवंटन आने वाले दिनों में हो सकता है.

पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि हो सकता है कि मंत्रिपरिषद में केवल कैबिनेट मंत्री हों, न कि कोई राज्य मंत्री. इस बीच, शिंदे नीत शिवसेना के एक नेता ने कहा कि मंत्रिपरिषद विस्तार एक या दो दिन में हो सकता है. उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा और शिवसेना दोनों के सदस्यों को शामिल किया जाएगा.'' ऐसी अटकलें हैं कि अजित पवार के नेतृत्व वाले राकांपा गुट के सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा बनने के बाद शिंदे खेमे में बेचैनी है.

अजित पवार और उनके समर्थकों के अलग होने के बाद विभाजित हुई राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के सूत्रों के मुताबिक, 19 विधायकों ने हलफनामा देकर कहा है कि वे पार्टी संस्थापक शरद पवार के साथ खड़े हैं. सूत्रों ने कहा कि छह विधायकों ने संदेश भेजकर कहा है कि वे शरद पवार गुट में बने रहेंगे.

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