- दिल्ली, पंजाब से मॉनसून लौट चुका है, जबकि पूर्वी, पश्चिमी और दक्षिणी भारत में बारिश जारी है.
- 26 सितंबर को पश्चिम बंगाल, गुजरात, केरल और महाराष्ट्र में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है.
- पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश में 30 सितंबर तक भारी बारिश का अनुमान है.
उत्तर भारत से मॉनसून लगभग लौट चुका है. दिल्ली, गुजरात, राजस्थान और पंजाब से तो मॉनसून की विदाई हो भी चुकी है. लेकिन पूर्वी, पश्चिमी और दक्षिणी भारत में बारिश का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. 26 सितंबर को पश्चिम बंगाल, गुजरात, केरल, महाराष्ट्र में बारिश का अलर्ट (Rain Alert) जारी किया गया है. दुर्गा पूजा के मौके पर पश्चिम बंगाल भारी बारिश की मार झेल रहा है. पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश में 30 सितंबर तक भारी बारिश की संभावना जताई गई है. मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा में 26 से 30 सितंबर के बीच भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है. जबकि दिल्ली से मॉनसून 13 सालों में पहली बार 24 सितंबर को विदा हो गया. साल 2024 में मॉनसून की विदाई 2 अक्तूबर को हुई थी.
26 सितंबर को कैसा है दिल्ली का मौसम?
दिल्ली में 26 सितंबर को मौसम साफ रहेगा. बारिश की कोई संभावना नहीं है. इसी वजह से पारा लगातार चढ़ रहा है. तापमान अभी और बढ़ सकता है. बदलते मौसम का स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है. लोगों को इससे सावधान रहने की जरूरत है.
26 सितंबर को कैसा है यूपी का मौसम?
उत्तर प्रदेश में भी 26 सितंबर को बारिश का कोई अनुमान नहीं है. IMD ने सभी जिले ग्रीन जोन में रखे हैं. लेकिन गर्मी लोगों को खूब परेशान कर रही है. आने वाले दिनों में भी पारा हाई रहने का अनुमान है. जबकि अगस्त में यूपी में मूसलाधार बारिश हुई थी, कई जगहों पर तो बाढ़ भी आ गई थी.
26 सितंबर को कैसा है बिहार का मौसम?
बिहार में 26 सितंबर को बारिश का कोई अनुमान नहीं है. लेकिन कुछ जिलों में बादल जरूर छाए रहेंगे. कई जगहों पर लोगों को गर्मी और उमस से जूझना पड़ सकता है, इनमें पटना, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सारण, सिवान, बेगूसराय, भोजपुर, दरभंगा, समस्तीपुर शामिल हैं.
पश्चिम बंगाल के लोग सावधान!
आईएमडी ने अगले सात दिन पश्चिम बंगाल के दक्षिणी क्षेत्र में कई जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने का अनुमान जताया है. बंगाल की खाड़ी के ऊपर गुरुवार को बने कम दबाव के क्षेत्र की वजह से बारिश होने का अनुमान है. इसके साथ ही 28 सितंबर से शुरू होने वाले दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान बारिश की आशंका बढ़ गई है.आईएमडी ने कहा कि 27 सितंबर को दक्षिण 24 परगना और झाड़ग्राम जिलों में भारी बारिश होने का अनुमान है. आईएमडी ने मछुआरों को सलाह दी है कि वे रविवार तक पश्चिम बंगाल-ओडिशा तट के पास समुद्र में न जाएं, क्योंकि मौसम की वजह से समुद्र की स्थिति बहुत खराब हो सकती है.
तेलंगाना में बारिश का अलर्ट
तेलंगाना में अगले दो दिनों तक भारी बारिश के पूर्वानुमान को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है, जबकि बुधवार रात से उत्तरी तेलंगाना क्षेत्र के कुछ हिस्सों में लगातार बारिश जारी है. निर्मल जिले के बसर कस्बे में गुरुवार को गोदावरी नदी उफान पर थी, क्योंकि ऊपरी हिस्से से लगातार भारी मात्रा में पानी आ रहा था. सरस्वती मंदिर को गोदावरी पुष्कर घाट से जोड़ने वाली सड़क पर पानी भर गया है. अधिकारियों ने तीर्थयात्रियों को सड़क का इस्तेमाल करने से रोकने के लिए बैरिकेड लगा दिए हैं.
निजामाबाद जिले के कंडाकुर्ती त्रिवेणी संगम पर गोदावरी नदी भी उफान पर है, क्योंकि गोदावरी और मंजीरा दोनों नदियों में जलस्तर बढ़ गया है. तेलंगाना और महाराष्ट्र को जोड़ने वाला पुल जलमग्न हो गया, जिससे वाहनों का आवागमन रुक गया है. श्रीराम सागर का जलस्तर 1,082 फीट पर पहुंच गया, जबकि इसका पूरा जलस्तर 1,091 फीट है.
मराठवाड़ा में बारिश से 86 लोगों की मौत
इस मॉनसून देश के कई हिस्सों ने मौसम की तगड़ी मार झेली है. महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में बारिश से संबंधित घटनाओं में 86 लोगों की जान जा चुकी है. भारी बारिश की वजह से आई बाढ़ ने इस क्षेत्र में लाखों एकड़ में खड़ी फसलों को नष्ट कर दिया है.
ओडिशा के लोग बारिश से सतर्क रहें
ओडिशा के लोगों को भी बारिश से सतर्क रहने की जरूरत है. ओडिशा सरकार ने भारी से अति भारी बारिश के अनुमान को देखते हुए गुरुवार को 18 जिलों के जिलाधिकारियों को पूरी तरह सतर्क रहने का आदेश दिया था. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 27 सितंबर को एक संभावित अवदाब (बहुत कम दबाव वाला क्षेत्र) के दक्षिणी तट को पार करने पर राज्य में भारी से अति भारी बारिश होने का अनुमान जताया है.