राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने नक्सलवाद के खात्मे पर अहम बयान दिया है. उन्होंने कहा कि नक्सलवाद अपने चरम पर था, लेकिन इसका अंत इसलिए हुआ क्योंकि समाज ने मन बना लिया कि अब इसे और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उनका यह बयान भारत में माओवाद को खत्म करने के लिए चल रहे बड़े अभियानों के बीच आया है.
'RSS समाज को मजबूत बनाने के लिए समर्पित'
भागवत ने लोगों को किसी भी चुनौती का सामना करते समय शांत न होने और निराशा के बिना लगातार प्रयास करते रहने के बारे में बताया. उन्होंने जोर देकर कहा कि हर चीज हमारे सामूहिक प्रयासों से बदलती है. मणिपुर के इंफाल में आदिवासी नेताओं से मुलाकात के दौरान, भागवत ने सामाजिक एकता की अपील की और कहा कि RSS समाज को मजबूत बनाने के लिए समर्पित है, न कि उसे बांटने के लिए. उन्होंने आत्मनिर्भरता और संवैधानिक ढांचे के भीतर समाधान खोजने पर भी बल दिया.
समाज की भूमिका अहम
RSS प्रमुख का मानना है कि नक्सलवाद की जड़ें शोषण और अन्याय तथा विकास की कमी में थीं, जिन्हें अब दूर किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अब न्याय, विकास और सद्भाव सुनिश्चित करने के लिए व्यापक कार्य योजना की आवश्यकता है.














