उत्तर भारत के सबसे अहम और 'हिन्दी बेल्ट की जान' कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश राज्य में कुल 80 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से एक है मिर्जापुर संसदीय सीट, यानी Mirzapur Parliamentary Constituency, जो अनारक्षित है.
देश में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में, यानी लोकसभा चुनाव 2019 में इस सीट पर कुल 1845150 मतदाता थे. उस चुनाव में ADAL प्रत्याशी अनुप्रिया सिंह पटेल को जीत हासिल हुई थी, और उन्हें 591564 वोट हासिल हुए थे. इस चुनाव में अनुप्रिया सिंह पटेल को लोकसभा सीट में मौजूद कुल मतदाताओं में से 32.06 प्रतिशत का समर्थन प्राप्त हुआ था, जबकि इस सीट पर डाले गए वोटों में से 53.34 प्रतिशत उन्हें दिए गए थे. लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान इस सीट पर SP प्रत्याशी रामचरित्र निषाद दूसरे स्थान पर रहे थे, जिन्हें 359556 वोट मिले थे, जो संसदीय सीट के कुल मतदाताओं में से 19.49 प्रतिशत का समर्थन था, और उन्हें कुल डाले गए वोटों में से 32.42 प्रतिशत वोट मिले थे. इस सीट पर आम चुनाव 2019 में जीत का अंतर 232008 रहा था.
इससे पहले, मिर्जापुर लोकसभा सीट पर वर्ष 2014 में हुए आम चुनाव के दौरान 1720661 मतदाता दर्ज थे. उस चुनाव में AD पार्टी के प्रत्याशी अनुप्रिया सिंह पटेल ने कुल 436536 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी. उन्हें लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 25.37 प्रतिशत ने समर्थन दिया था, और उन्हें उस चुनाव में डाले गए वोटों में से 43.32 प्रतिशत वोट मिले थे. उधर, दूसरे स्थान पर रहे थे BSP पार्टी के उम्मीदवार समुद्र बिंद , जिन्हें 217457 मतदाताओं का समर्थन हासिल हो सका था, जो लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 12.64 प्रतिशत था और कुल वोटों का 21.58 प्रतिशत रहा था. लोकसभा चुनाव 2014 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 219079 रहा था.
उससे भी पहले, उत्तर प्रदेश राज्य की मिर्जापुर संसदीय सीट पर वर्ष 2009 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान 1405539 मतदाता मौजूद थे, जिनमें से SP उम्मीदवार बालकुमार पटेल ने 218898 वोट पाकर जीत हासिल की थी. बालकुमार पटेल को लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 15.57 प्रतिशत वोटरों का समर्थन हासिल हुआ था, जबकि चुनाव में डाले गए वोटों में से 29.87 प्रतिशत वोट उन्हें मिले थे. दूसरी तरफ, उस चुनाव में दूसरे स्थान पर BSP पार्टी के उम्मीदवार अनिल कुमार मौर्य रहे थे, जिन्हें 199216 मतदाताओं का साथ मिल सका था. यह लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 14.17 प्रतिशत था और कुल वोटों का 27.18 प्रतिशत था. लोकसभा चुनाव 2009 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 19682 रहा था.