श्रद्धा वालकर हत्याकांड से भी ज़्यादा घिनौना है मीरा रोड लिव-इन पार्टनर हत्याकांड

पुलिस ने जब घर को खोलकर देखा तो बेड पर काला प्लास्टिक पड़ा हुआ था और किचन में तीन बाल्टी में शव के टुकड़े रखे गए थे, लेकिन उसमें भी टुकड़े किस अंग के थे ये पहचान पाना मुश्किल था.

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मुंबई में श्रद्धा वालकर से भी घिनौना हत्याकांड

मुंबई के मीरा रोड इलाके (Mira Road Murder case) में रहने वाले एक शख्स ने अपनी लिव-इन पार्टनर की हत्या कर दी और उसके शरीर को कुकर में पकाकर और मिक्सर में पीसकर उसके शरीर को ठिकाने लगाने की कोशिश की. आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया और अब कोर्ट ने उसे 16 जून तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. पुलिस के मुताबिक- 56 साल के मनोज और 32 साल की मृतक सरस्वती वैद्य दोनों ही 3 साल से लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे थे. घर से दुर्गंध आने पर सोसाइटी वालों ने पुलिस को सूचित किया. जब पुलिस ने घर में प्रवेश किया, तब इस वारदात का खुलासा हुआ. पुलिस ने मौके से आरोपी को हिरासत में लिया है. आरोपी ने शव को ठिकाने लगाने के लिए उसके टुकड़े-टुकड़े कर दिए थे. जानकारी सामने आ रही है कि इन टुकड़ों को कटर मशीन से काटा गया था.  दो से तीन दिन पहले महिला की हत्या की गई थी. 

मीरा रोड पुलिस का बयान

जहर पीकर खुदकुशी करने की बात पर पुलिस का कहना है कि आरोपी की बताई बात पर हम पर भरोसा नहीं करते. दोनों के झगड़े होते थे. ये बात कबूल की है. पुलिस को कल शाम को 7 बजे पता चला. पुलिस को कुकर में मांस बॉइल किया मिला. कुछ टुकड़े ठिकाने लगा चुका था. मृतका सरस्वती वैद्य अनाथ थी. आरोपी मनोज साने का बोरीवली में घर है. वहां उसके परिवार के दूसरे लोग रहते हैं. उसने शादी नहीं की थी और परिवार से अलग रहता था. वह राशनिंग की एक दुकान में काम करता था. दोनों की मुलाकात 2014 में राशन की दुकान में हुई थी. आरोपी के मुताबिक-29 मई को राशन की दुकान बंद हो गई थी. अभी तक की जानकारी में 4 जून की सुबह वारदात हुई है.  पांच साल से दोनो मीरा रोड में गीता नगर में रह रहे थे.

पड़ोसी ने दी थी पुलिस को सूचना

बता दें कि मीरा रोड की गीता आकाश दीप बिल्डिंग के सोमेश श्रीवास्तव ने ही सबसे पहले घर से दुर्गंध आन की शिकायत की थी और दूसरे विवेक श्रीवास्तव हैं, जो ठीक बगल के मकान में रहते हैं. ये वारदात मुंबई से सटे मीरा रोड के गीता नगर में गीताआकाश दीप सोसाइटी की 7वीं मंजिल पर फ्लैट नंबर 704 में हुई. फ्लैट 704 के ठीक सामने के फ्लैट में रहने वाले सोमेश श्रीवास्तव ने सबसे पहले बदबू आने पर फ्लैट का दरवाजा खटखटा, लेकिन दरवाजा खुला नहीं. एक बार उन्होंने घर में से स्प्रे छिड़कने की आवाज सुनी थी.

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बुधवार को आरोपी मनोज सोमेश को नीचे मिले तब उसने उन्हें बदबू आने की बात बताई तब मनोज ने कहा कि बाहर से आकर चेक करता हूं, लेकिन तब तक सोसायटी ने पुलिस को खबर कर दी. पुलिस ने जब घर खोल कर देखा तो बेड पर काला प्लास्टिक पड़ा हुआ था और किचन में तीन बाल्टी में शव के टुकड़े रखे गए थे, लेकिन उसमें भी टुकड़े किस अंग के थे ये पहचान पाना मुश्किल था.

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हैरानी की बात है कि दोनों के बारे में यहां कोई नहीं जानता. पड़ोसियों को भी नाम वारदात के बाद ही पता चला. दोनों बिल्डिग में किसी से बात नहीं करते थे. जिस फ्लैट में रहते थे वो फ्लैट सोनम बिल्डर का है .दोनों किराए पर रहते थे. घर में दो कटर मशीन भी थीं.

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