डूब रहे आशियाने, टूट रहे रिकॉर्ड... बंगाल से हिमाचल तक भारी बारिश का रेड अलर्ट

हिमाचल प्रदेश में मॉनसून से तबाही रुकने का नाम नहीं ले रही है. कांगड़ा, ऊना, चंबा में हालात बेहद चिंताजनक बने हुए हैं. पिछले 48 घण्टे से लगातार बारिश हो रही है

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  • इस साल मॉनसून की बारिश औसत से 4% अधिक हुई है, साथ ही मौसम के पैटर्न में बदलाव देखे गए हैं
  • उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में मछुआरों को गहरे समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है
  • हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा, ऊना और चंबा जिलों में लगातार भारी बारिश से बाढ़ और भूस्खलन के कारण हालात चिंताजनक
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देश में मॉनसून जमकर बरस रहा है. देश के अलग-अलग हिस्सों में अच्छी बारिश हो रही है. हालांकि पहाड़ों पर बादल फटने से कई हादसे भी हुए हैं. आगे अब कैसा मॉनसून का पैटर्न रहने वाला है, इसे लेकर एनडीटीवी ने मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ. नरेश कुमार से बात की. उन्होंने कहा कि, इस साल सीजन के दौरान अब तक औसत से 4% ज्यादा बारिश हुई है. हालांकि मॉनसून के पैटर्न में इस सीजन कुछ बदलाव देखे गए हैं. कई राज्यों में तीव्र मॉनसून के फेस रिकॉर्ड किए गए. अभी हमने जम्मू, हिमाचल प्रदेश और पंजाब के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. बिहार और उत्तर पूर्व भारत के राज्यों में मॉनसून की बारिश इस साल औसत से कम हुई है, जबकि देश के अधिकतर सब-डिवीजन में मॉनसून की बारिश औसत से ज्यादा हुई है.

'मछुआरों को गहरे समुद्र में जाने से मना किया'

मौसम विभाग ने कहा, "उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में अगले 48 घंटों के भीतर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. इसका असर सबसे ज़्यादा उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी से सटे उड़ीसा में रहेगा और आंशिक रूप से बंगाल तट पर भी असर होगा. मछुआरों को गहरे समुद्र में जाने से मना किया है. साथ ही उड़ीसा की दिशा में समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है.

धूप और बादलों का खेल चलेगा

विभाग ने बंगाल की अपडेट पर कहा, "अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी जिलों जैसे कुछ इलाकों में बिखरी हुई जगहों पर हल्की से भारी बारिश हो सकती है. दक्षिण बंगाल में अभी भारी बारिश की संभावना नहीं है। लेकिन राज्य के कई जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश होगी. कोलकाता और आसपास के क्षेत्रों में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे. फिलहाल भारी बारिश की संभावना नहीं है. धूप और बादलों का खेल चलता रहेगा. एक-दो बौछार गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है. बारिश न होने पर उमस से लोग परेशान रहेंगे."

कांगड़ा, ऊना, चंबा में हालात बेहद चिंताजनक

वहीं, अगर हिमाचल प्रदेश की बात करें तो प्रदेश में मॉनसून से तबाही रुकने का नाम नहीं ले रही है. कांगड़ा, ऊना, चंबा में हालात बेहद चिंताजनक बने हुए हैं. पिछले 48 घण्टे से लगातार बारिश हो रही है, जिससे बाढ़ जैसे हालत बने हुए हैं और भूस्खलन के कारण 3 एनएच सहित 625 सड़कें यातायात के लिए ठप्प हैं. आठ जिलों के शिक्षण संस्थानों को भारी बारिश के चलते बंद रखा गया है. इस बीच मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आज और कल भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी कर दिया है.

हिमाचल प्रदेश में कई जगह रेड अलर्ट

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के वैज्ञानिक संदीप कुमार शर्मा ने बताया, "प्रदेश में मानसून फिलहाल सक्रिय है. इसके चलते बिलासपुर, चंबा, मंडी, सोलन और हमीरपुर जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई है. 25 अगस्त से 31 अगस्त तक प्रदेश में बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है. 25 अगस्त के दिन चंबा, कांगड़ा और मंडी जिलों के लिए रेड अलर्ट, बिलासपुर और कुल्लू के लिए ऑरेंज अलर्ट, जबकि शिमला के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. वहीं 26 अगस्त को चंबा और कांगड़ा के लिए रेड अलर्ट, मंडी के लिए ऑरेंज अलर्ट और बिलासपुर व हमीरपुर सहित अन्य जिलों के लिए भारी बारिश की चेतावनी है.

भारी बारिश से हिमाचल में कई सुविधाएं हुईं ठप्प

बीते 24 घंटों में पूरे प्रदेश में 625 सड़कें बंद हो गईं, 1533 ट्रांसफार्मर ठप हो गए और 168 पेयजल योजनाएं प्रभावित रहीं. इससे जनजीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक मॉनसून सीजन (20 जून से 24 अगस्त) में 303 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 360 लोग घायल हुए हैं और 1212 घर पूरी तरह से ढह गए हैं.

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राजस्थान में भारी बारिश से हाहाकार, 19 जिलों में स्कूल बंद

राजस्थान में पिछले दो दिन से हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार मानसून सीजन की शुरुआत से अब तक डूबने या बहने से 46, बिजली गिरने से 24 और अन्य हादसों में कुल 93 लोगों की मौत हो चुकी है. 51 लोग घायल हुए हैं. सभी मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की गई है.

19 जिलों में स्कूलों की छुट्टियां घोषित

मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए सरकार ने 19 जिलों में स्कूलों की छुट्टियां घोषित की हैं. रविवार देर रात से सोमवार सुबह तक प्रशासन ने आदेश जारी किए. अलग-अलग जिलों में छुट्टियों की अवधि भी अलग तय की गई है. सीकर, करौली, कोटा, खैरथल-तिजारा, डूंगरपुर, चित्तौड़गढ़, अजमेर, कोटपूतली-बहरोड़, सिरोही, बूंदी, भीलवाड़ा, उदयपुर और सवाई माधोपुर में 25 अगस्त को एक दिन की छुट्टी रहेगी. अलवर, जयपुर, दौसा, नागौर और डीडवाना-कुचामन में दो दिन यानी 25 और 26 अगस्त तक स्कूल बंद रहेंगे. वहीं टोंक जिले में हालात को देखते हुए तीन दिन की छुट्टी घोषित की गई है, यहां 25 से 27 अगस्त तक स्कूलों में अवकाश रहेगा.

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27 अगस्त तक राज्य में तेज बारिश का दौर

मौसम विभाग ने 27 अगस्त तक राज्य में तेज बारिश का दौर जारी रहने की संभावना जताई है. आज सिरोही, राजसमंद और उदयपुर में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. वहीं, 13 जिलों में येलो अलर्ट है. इनमें गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, झुंझुनूं, अलवर, नागौर, जोधपुर, पाली, जालौर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़ और डूंगरपुर शामिल हैं. रविवार को सबसे ज्यादा 7 इंच बारिश नागौर में दर्ज की गई. 

राजस्थान में हुई बीते 24 घंटे जमकर बारिश

राजस्थान के अंदर 24 घंटे में बारिश का नया रिकॉर्ड बना है. नागौर में 173 मिमी, डेह में 137 मिमी, जायल में 112 मिमी, खींवसर में 99 मिमी, अजमेर शहर में 61 मिमी, नसीराबाद में 51 मिमी, बीकानेर के लूणकरणसर में 91 मिमी, दौसा के लालसोट में 62 मिमी, हनुमानगढ़ के गोलूवाला में 92 मिमी और सिरोही के माउंट आबू में 71 मिमी बारिश दर्ज की गई.

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