महिला सरपंचों के काम में पुरुषों को नहीं देना चाहिए दखल, महाराष्ट्र के मंत्री बोले

शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने कहा, "जहां तक महिला सरपंचों की संख्या का सवाल है औरंगाबाद में यह प्रतिनिधित्व 50 प्रतिशत से अधिक है."

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(फाइल फोटो)
औरंगाबाद:

महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई (Subhash Desai) ने सोमवार को कहा कि पुरुषों को महिला सरपंचों के काम में दखल नहीं देना चाहिए और उन्हें अनुभाव से सीखने देना चाहिए. औरंगाबाद जिला परिषद और एमएलसी अंबादास दानवे और मनीषा कायंडे द्वारा आयोजित महिला सरपंचों के सम्मेलन में बोलते हुए देसाई ने कहा कि स्थानीय निकायों में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ रहा है.

शिवसेना नेता कहा, "जहां तक महिला सरपंचों की संख्या का सवाल है औरंगाबाद में यह प्रतिनिधित्व 50 प्रतिशत से अधिक है. इसका मतलब है कि ग्रामीण लोग महिलाओं के प्रति ज्यादा भरोसा जता रहे हैं. अगर किसी महिला को अच्छे कारण के लिए समर्थन दिया जाता है, तो चुनाव के दौरान महिला उम्मीदवारों की तलाश करने की कोई आवश्यकता नहीं होगी."

देसाई ने कहा कि पुरुषों को महिला सरपंचों के काम में कम दखल देना चाहिए और उन्हें अपने अनुभवों से सीखने देना चाहिए. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार वरिष्ठ अधिकारियों को ग्राम पंचायतों का दौरा करने और सदस्यों को नई योजनाओं के बारे में बताने के लिए एक नियम लाने की योजना बना रही है. 

उन्होंने कहा कि महिला सरपंचों को अपने कार्यालय जाना चाहिए और सरकार द्वारा जारी पत्रों एवं प्रस्तावों को पढ़ना चाहिए. 

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