अनुच्छेद 370 पर SC के फैसले से पहले महबूबा मुफ्ती को किया गया नजरबंद, श्रीनगर में बढ़ाई गई सुरक्षा

पार्टी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘उच्चतम न्यायालय का फैसला सुनाए जाने से पहले ही पुलिस ने पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के आवास के दरवाजे सील कर दिए हैं और उन्हें अवैध तरीके से नजरबंद कर दिया है.’’

Advertisement
Read Time: 10 mins

जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के फैसले को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर उच्चतम न्यायालय के निर्णय सुनाने से पहले पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) को सोमवार को नजरबंद कर दिया गया. पीडीपी ने यह जानकारी दी. इसके साथ ही श्रीनगर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

पार्टी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘उच्चतम न्यायालय का फैसला सुनाए जाने से पहले ही पुलिस ने पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के आवास के दरवाजे सील कर दिए हैं और उन्हें अवैध तरीके से नजरबंद कर दिया है.''

पुलिस कर्मियों का एक दल तैनात किया गया
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने पत्रकारों को नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला के गुपकर स्थित आवास के पास एकत्र होने की अनुमति नहीं दी. गुपकर रोड के प्रवेश स्थानों पर पुलिस कर्मियों का एक दल तैनात किया गया है और पत्रकारों को नेकां नेताओं के आवास के आसपास जाने की अनुमति नहीं है.

अक्टूबर 2020 में अपना आधिकारिक आवास खाली करने के बाद से उमर अब्दुल्ला अपने पिता के साथ रहते हैं. श्रीनगर से सांसद फारूक अब्दुल्ला मौजूदा संसद सत्र के लिए दिल्ली में हैं और उनका बेटा कश्मीर घाटी में है.

Advertisement

ये भी पढ़ें- घाटी से अनुच्छेद 370 रद्द करना वाजिब या ग़ैरक़ानूनी, 'सुप्रीम' फ़ैसला आज

ये भी पढ़ें- छत्तीगसढ़ की कमान मिलने के बाद विष्‍णुदेव साय ने बताया सबसे पहले करेंगे कौनसा काम? देखें- VIDEO

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Jammu Kashmir Assembly Elections: कश्मीर के 100 साल के Gandhi Chinar की कहानी पता है?
Topics mentioned in this article