कलयुगी बाप की कलंक कथा: नाबालिग बेटी का यौन शोषण करता रहा पिता, गर्भवती होने पर हुआ खुलासा

पीड़िता की मां को अपनी बेटी के गर्भवती होने का पता चला. उन्होंने उससे विस्तार से पूछताछ की तो 15 वर्षीय किशोरी ने जो खुलासा किया, वो बेहद चौंकाने वाला था.

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सौतेली बेटी से दरिंदगी करने वाला पिता गिरफ्तार (सांकेतिक फोटो)
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  • मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स में एक 38 वर्षीय व्यक्ति पर अपनी 15 वर्षीय सौतेली बेटी का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगा है.
  • पीड़िता गर्भवती पाई गई, जिसके बाद मां ने बेटी से पूछताछ की तो उसने पूरी आपबीती बताई. आरोपी पिता पुलिस की गिरफ्त में है.
  • पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया, जिसमें गर्भावस्था की पुष्टि हुई और आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.
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शिलांग:

पूर्वोत्तर भारतीय राज्‍य मेघालय से रिश्‍ते को शर्मसार कर देने वाली एक घटना सामने आई है. यहां पूर्वी खासी हिल्‍स में एक 38 वर्षीय व्‍यक्ति को अपनी ही 15 वर्षीय सौतेली बेटी का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. नाबालिग किशोरी अपने सौतेले पिता की हैवानियत बर्दाश्‍त करती रही और गर्भवती होने के बाद मां के पूछे जाने पर उसने हिम्‍मत दिखाई और पिता के कुकर्म की पूरी कहानी बताई. सौतेले पिता की कलंकित करतूत ने समाज में रिश्तों की पवित्रता और सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. 

घटना का खुलासा और पुलिस की कार्रवाई

पूर्वी खासी हिल्स पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस घिनौने अपराध का खुलासा तब हुआ जब पीड़िता की मां को अपनी बेटी के गर्भवती होने का पता चला. एक मां के लिए ये खबर किसी वज्रपात से कम नहीं थी. अपनी बेटी की इस हालत को देखकर जब उन्होंने उससे विस्तार से पूछताछ की तो 15 वर्षीय किशोरी ने जो खुलासा किया, वो बेहद चौंकाने वाला था. उसने बताया कि उसके सौतेले पिता ने कई बार उसका यौन उत्पीड़न किया था. इस घटना ने घर में सुरक्षा की भावना को पूरी तरह से तार-तार कर दिया.

मेडिकल जांच में गर्भवती निकली किशोरी 

पुलिस सूत्रों ने आगे बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए पीड़िता को तुरंत चिकित्सा सहायता प्रदान की गई. उसे 1 जुलाई से 7 जुलाई के बीच एक सरकारी चिकित्सा सुविधा में भर्ती कराया गया था, जहां चिकित्सकों ने गर्भावस्था परीक्षण किया तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई. गभर्वती होने की पुष्टि पुलिस के लिए मामले को आगे बढ़ाने और आरोपी के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने का एक महत्वपूर्ण आधार बनी.

POCSO एक्‍ट के तहत मामला दर्ज 

इस सनसनीखेज मामले की सूचना मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की. शिलॉन्ग के मावलायी पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता (IPC) की संबंधित धाराओं और लैंगिक अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत एक गंभीर मामला दर्ज किया गया है. POCSO अधिनियम बच्चों को यौन उत्पीड़न से बचाने के लिए बनाया गया एक कठोर कानून है, और इसके तहत दर्ज मामला यह सुनिश्चित करता है कि पीड़िता को न्याय मिल सके और आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिले.

घटना के बाद से ठिकाने बदल रहा था आरोपी 

पुलिस ने बताया कि आरोपी, जिसकी पहचान सार्वजनिक नहीं की गई है, घटना के बाद से ही फरार चल रहा था. 38 वर्षीय यह व्यक्ति अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार ठिकाने बदल रहा था. हालांकि, पूर्वी खासी हिल्स पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए एक विशेष अभियान चलाया. काफी प्रयासों और तकनीकी निगरानी के बाद, पुलिस मंगलवार को री भोई जिले से आरोपी को गिरफ्तार कर पाई. आरोपी की गिरफ्तारी इस मामले में एक महत्वपूर्ण मोड़ है. 

शिलॉन्ग के सिटी एसपी हर्बर्ट खारकोंगर ने इस मामले पर मीडिया से बात करते हुए बताया, 'हमें 1 जुलाई को मावलायी पुलिस स्टेशन में कथित यौन उत्पीड़न की शिकायत मिली थी. शिकायत मिलते ही, हमने इस संवेदनशील मामले की तुरंत जांच शुरू कर दी.' एसपी खारकोंगर ने आगे बताया, 'आरोपी ने गिरफ्तारी से बचने की हर संभव कोशिश की, लेकिन हमारी टीम ने उसे ढूंढ निकाला. उसे अदालत में पेश कर दिया गया है.'

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