मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एनडीटीवी से बातचीत करते हुए कहा कि वे सरकार के शुक्रगुजार हैं कि उन्होंने यह फैसला लिया, हालांकि यह फैसल बहुत पहले ही ले लिया जाना चाहिए था. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को किसानों से बातचीत करते रहना चाहिए. गौरतलब है कि शुक्रवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को बड़ी राहत देते हुए तीनों कृषि कानून वापस लेने की घोषणा की थी. उन्होंने कहा था कि इस महीने के अंत में शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र में इसके लिए जरूरी प्रक्रिया भी पूरी कर ली जाएगी.
पीएम मोदी की इस घोषणा पर मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा, "मैं सरकार का और मोदी जी का शुक्रगुज़ार हूं, पर ये तीनों कानून बहुत पहले रद्द करने चाहिए थे, पर देर आए दुरुस्त आए." उन्होंने आगे कहा, "मैं अब भी कह रहा हूं कि मैं किसानों के लिए आवाज़ उठाता रहूंगा. मैं आज भी प्रधानमंत्री के कहने पर गवर्नर पद छोड़ सकता हूं. मैं किसानों से यही कहूंगा कि एकजुट रहकर आवाज़ उठाते रहें. वहीं जो लोग मेरे आलोचक हैं उन्हें यही कहना चाहूंगा कि मुझे गवर्नर उनके पिता ने नहीं बनाया. मलिक ने कहा, "सरकार को किसानों से बातचीत करते रहना चाहिए."
मोदी सरकार ने तीन कृषि कानूनों को वापस क्यों लिया, जानें 6 बड़े कारण
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, "मैं देशवासियों से माफी मांगता हूं और सच्चे मन से कहना चाहता हूं कि शायद हमारी तपस्या में ही कोई कमी रह गई होगी, जिसके कारण दीये के प्रकाश जैसा सत्य कुछ किसान भाइयों को हम समझा नहीं पाए."