मायावती ने भतीजे आकाश के सिर पर हाथ रखा, पीठ थपथपाई, क्‍या हैं इसके सियासी मायने

मायावती ने हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान विवादित बयान को लेकर भतीजे आकाश आनंद को साइडलाइन कर दिया था. तब मायावती ने कहा था कि पूर्ण परिपक्वता आने तक आकाश आनंद को अहम जिम्मेदारियों से अलग रखा जाएगा.

Advertisement
Read Time: 3 mins
स्टार प्रचारकों की लिस्ट में आकाश आनंद शामिल
नई दिल्‍ली:

बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती ने भतीजे आकाश आनंद की राजनीति में री-एंट्री हो गई है, अब ऐसा लग रहा है कि उन्‍हें जल्‍द ही कोई बड़ी जिम्‍मेदारी दी जा सकती है. मायावती ने रविवार को एक बैठक के दौरान भतीजे आकाश आनंद के सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया और पीठ थपथपाई. इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं. बता दें कि आकाश आनंद को मायावती का उत्‍तराधिकारी माना जाता है. लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान मायावती ने आकाश आनंद को 'अपरिपक्‍व' बताकर पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर के पद से हटा दिया था.  

Advertisement

बीएसपी अध्यक्ष मायावती रविवार को आकाश आनंद के साथ बसपा की बैठक के लिए पहुंची थीं. इस दौरान आकाश आनंद ने मायावती के पैर छूकर आशीर्वाद लिए, जिसके बाद मायावती ने उनके सिर पर हाथ रखकर आकाश को आशीर्वाद दिया और पीठ भी थपथपाई. ऐसे में लग रहा है कि आकाश आनंद को बड़ी जिम्मेदारी मिलती नजर आ रही है. लोकसभा चुनावों के दौरान मायावती के आकाश आनंद को उत्तराधिकारी पद और नेशनल कॉर्डिनेटर के पद से हटा दिया था. अब आज की तस्वीरों के बाद इस बैठक से अलग मायने निकालने जा रहे हैं.

Advertisement


स्टार प्रचारकों की लिस्ट में आकाश आनंद शामिल

लोकसभा चुनाव के दौरान बसपा के नेशनल कोओर्डिनेटर के पद से हटाए गए आकाश आनंद उत्तराखंड में होने वाले उपचुनाव में पार्टी के स्टार प्रचारक होंगे.
दरअसल, पंजाब और उत्तराखंड में विधानसभा के उपचुनाव होने वाले हैं. बसपा ने इसके लिए अपने 13 स्टार प्रचारकों की एक सूची जारी की है, जिसमें पहले नंबर पर बसपा मुखिया मायावती का नाम है और दूसरे नंबर पर आकाश आनंद का नाम है. तीसरे नंबर पर उत्तराखंड के लिए राम जी गौतम हैं, जबकि पंजाब के लिए रणधीर सिंह बेनिवाल हैं. उत्तराखंड की दो और पंजाब की एक विधानसभा सीट पर 10 जुलाई को उपचुनाव के लिए मतदान होने हैं.

Advertisement

लोकसभा चुनाव में आकाश आनंद को किया था साइडलाइन

लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मायावती ने विवादित बयान को लेकर आकाश आनंद को साइडलाइन कर दिया था. मायावती ने कहा था कि पूर्ण परिपक्वता आने तक आकाश आनंद को अहम जिम्मेदारियों से अलग रखा जाएगा. चार बार यूपी की मुख्यमंत्री रह चुकीं मायावती की पार्टी बसपा की अब यूपी में कमजोर स्थिति में है. अभी बसपा का सिर्फ एक विधायक है. बसपा ने लोकसभा चुनाव के साथ यूपी में हुए चार विधानसभा उपचुनाव में भी अपने प्रत्याशी उतारे थे, हालांकि, उसे किसी भी सीट पर सफलता नहीं मिली.
(आईएएनएस इनपुट के साथ...)

Advertisement

ये भी पढ़ें :- मायावती ने कुवैत अग्निकांड हादसे में भारतीयों की मौत पर जताया दुख

Featured Video Of The Day
Chhattisgarh में बड़े स्वास्थ्य घोटाले की आशंका, बिना Budget आवंटन के 660 Crore की ख़रीद | Congress
Topics mentioned in this article