राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने अपनी पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष लालू प्रसाद और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ सीबीआई के नए आरोपपत्र के लिए ''भाजपा के शीर्ष दो नेताओं'' को जिम्मेदार ठहराया है. राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने दावा किया कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारी दबाव में काम कर रहे थे. उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक प्रतिशोध की पराकाष्ठ है.
झा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर परोक्ष रुप से आरोप लगाया, 'मैं इसे सीबीआई द्वारा आरोप पत्र नहीं कहूंगा. यह शीर्ष दो नेताओं के कहने पर तैयार किया गया भाजपा का आरोप पत्र है.' रेल मंत्री के रूप में प्रसाद के कार्यकाल से संबंधित नौकरी के बदले जमीन घोटाले में, सीबीआई ने उनके, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है.
राज्यसभा सदस्य झा ने आरोप लगाया कि भाजपा बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन से बदला लेना चाहती है. उन्होंने आरोप लगाया, 'भाजपा पिछले साल बिहार में अचानक सत्ता गंवाने के बाद से उबर नहीं पाई है. वह चुनावी तौर पर हमारा मुकाबला नहीं कर सकती. इसलिए वह गुप्त रणनीति अपना रही है'. झा ने दावा किया, 'सीबीआई में मेरे दोस्त हैं जो मानते हैं कि यह राजनीतिक प्रतिशोध की पराकाष्ठा है. लेकिन वे ऊपर से दबाव के सामने असहाय हैं.''
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