प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की आज़ादी की 76वीं सालगिरह पर ऐतिहासिक लालकिले की प्राचीर से राष्ट्र को 10वीं बार संबोधित किया, और ध्वजारोहण के बाद देश की समूची जनता को अपना परिवार बताकर संबोधन शुरू किया. भाषण की शुरुआत में ही प्रधानमंत्री ने कई माह से हिंसाग्रस्त मणिपुर राज्य का ज़िक्र किया और बताया कि अब वहां से शांति की ख़बरें आ रही हैं.
उन्होंने कहा, "मणिपुर में हिंसा का दौर चला, बहुतों ने जीवन गंवा दिया, लेकिन अब लगातार कई दिन से शांति की ख़बरें आ रही हैं... समस्याओं के समाधान के लिए राज्य और केंद्र सरकार मिलकर प्रयास कर रही हैं, और करती रहेंगी..."
प्रधानमंत्री ने मणिपुर के लोगों को आश्वासन दिया कि समूचा देश उनके साथ है, और रहेगा. उन्होंने कहा कि मणिपुर में मां-बेटियों के सम्मान से खिलवाड़ हुआ, लेकिन अब पूरा देश मणिपुर के साथ है. प्रधानमंत्री ने कहा कि शांति से ही समाधान का रास्ता निकलेगा, इसलिए उन्होंने मणिपुर के लोगों से शांति की अपील भी की.
ऐतिहासिक लालकिले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए PM ने कहा, "पूर्वोत्तर में और हिन्दुस्तान के भी कुछ अन्य भागों में... लेकिन विशेषकर मणिपुर में जो हिंसा का दौर चला, कई लोगों को जीवन खोना पड़ा... मां-बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ... लेकिन अब पिछले कुछ दिनों से वहां से लगातार शांति की खबरें आ रही हैं... पूरा देश मणिपुर के लोगों के साथ है... मणिपुर के लोगों ने पिछले कुछ दिनों से जो शांति बनाए रखी है, उस शांति के पर्व को बनाएं रखें... शांति से ही समाधान का रास्ता निकलेगा..."