इंफाल में न्यू चेकॉन इलाके की एक स्थानीय दुकान में आग लगाने की कोशिश के आरोप में मणिपुर पुलिस ने हिंसा प्रभावित राज्य में तैनात केंद्रीय त्वरित कार्रवाई बल (आरएएफ) के तीन कर्मियों को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. गृह मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, आरएएफ के सोमदेव आर्य, कुलदीप सिंह और प्रदीप कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और उनके खिलाफ लगे आरोपों की जांच की जाएगी.
पुलिस ने बताया कि तीन केंद्रीय पुलिसकर्मी शुक्रवार रात एक कार में बैठकर सादे कपड़ों में इलाके में आए और एक नगा आदिवासी व्यवसायी की मांस की दुकान में कथित तौर पर आग लगाने की कोशिश की. स्थानीय लोगों के विरोध करने पर वे वहां से फरार हो गए. सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को खंगालने पर आरोपियों की पहचान हो पाई. पोरोमपात थाने की पुलिस ने शनिवार रात उन्हें गिरफ्तार किया.
निलंबन का यह आदेश केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अशांत पूर्वोत्तर राज्य के दौरे से पहले दिया गया है. बहुसंख्यक मेइती समुदाय की अनुसूचित जनजाति (एसटी) दर्जे की मांग के विरोध में तीन मई को पहाड़ी जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च' के आयोजन के बाद मणिपुर में झड़पें हुई हैं. जातीय संघर्षों में अभी तक 70 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और कई अन्य घायल हुए हैं.
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