कोलकाता में मानसिक रूप से विकलांग व्यक्ति (Man With Disabilities) अपनी दिवंगत मां के क्षत-विक्षत शरीर के साथ मिला. पुलिस ने इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इस घटना ने 2015 के रॉबिन्सन स्ट्रीट केस की यादें फिर से ताजा कर दी. यह मामला शहर के गरफा इलाके का बताया जा रहा है. पुलिस ने महिला के शरीर को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, ताकि मौत के कारण को पता लगाया जा सके. जबकि आदमी को इलाज के लिए सरकारी एसएसकेएम अस्पताल भेजा गया
पुलिस (Kolkata Police) ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि अरुणा डे, शहर में अपने बेटे कौशिक डे के साथ कई सालों से रह रही थी. पुलिस ने कहा कि उनके पति संग्राम डे, जो भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र के पूर्व कर्मचारी थे, की 2021 में मृत्यु हो गई थी. पुलिस ने बताया कि “हमें स्थानीय लोगों से सूचना मिली कि डे के घर पर कोई गतिविधि नहीं थी. पुलिस अधिकारी ने कहा कि जांच करने पर हमें महिला का शव बिस्तर पर मिला और उसका बेटा, उसके बगल में मिला.
पुलिस अधिकारी ने साथ ही ये भी बताया कि महिला दो साल से लकवा से पीड़ित थी और ऐसा लगता है कि कुछ दिन पहले उसकी मौत हो गई. जून 2015 में, पुलिस को रॉबिन्सन स्ट्रीट पर अरबिंद डे की मौत की जांच के दौरान इंजीनियर पार्थ डे को अपनी बहन देबजानी डे और दो कुत्तों के कंकालों के साथ रहते हुए पाया. पुलिस को इस घटना का पता तब चला था जब वो पार्थ डे के पिता अरबिंद डे की मौत की जांच करने उसके घर पहुंची थी.