महाराष्ट्र (Maharashtra) के बीड (Beed) जिले में तेंदुए की दहशत बनी हुई है. आदमख़ोर तेंदुआ (Man-eater leopard) अब तक तीन लोगों को अपना शिकार बना चुका है और दो लोगों को जख्मी कर दिया है. घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. वन विभाग अभी तक उसे पकड़ने में नाकामयाब रहा है. इसका नतीजा यह है कि गांव वाले खेतों में जाने से डरने लगे हैं. सरकार की ओर से मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये की मदद दी गई है. राज्य के कैबिनेट मंत्री धनंजय मुंडे ने इलाके का दौरा किया है.
बीड जिले में आदमखोर तेंदुए ने 24 नवंबर को नागनाथ गर्जे, 27 नवंबर को स्वराज भापकर और 29 नवंबर को सुरेखा भोसले की जान ले ली. यह लोग बीड जिले की आस्टी तहसील के अलग-अलग गांवों के निवासी थे. इन्हें आदमखोर तेंदुए ने अपना शिकार बनाया.
तेंदुआ अब भी आजाद है और दो किसानों को जख्मी भी कर चुका है. किसान अब खेत में जाने से डरने लगे हैं. तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग ने 4 ट्रेंकुलाइजर टीम, 12 जनजागृति टीमें बनाई हैं और 10 के करीब जाल बिछाए हैं, लेकिन अभी तक कोई कामयाबी नही मिली है.
औरंगाबाद जिले के पैठण में भी एक तेंदुआ 15 दिन पहले दो लोगों को शिकार चुका है. वनविभाग इस बात की जांच कर रहा है कि कहीं वही तेंदुआ तो चलते चलते बीड तक नही पहुंच गया. इसके लिए सभी घटनास्थलों से तेंदुए के पंजे के निशान लेकर मिलान करने की कोशिश जारी है.
VIDEO: गाजियाबाद में रिहाइशी इलाके में नजर आया तेंदुआ