भाजपा (BJP) ने शुक्रवार को दावा किया कि ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) सरकार ने कांग्रेस को “अपमानित” करने के लिए पश्चिम बंगाल में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा' को अनुमति देने से इनकार करने का फैसला किया है. बीजेपी ने यह तंज तब किया जब पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि उनकी पार्टी को यात्रा के हिस्से के रूप में पश्चिम बंगाल में कुछ सार्वजनिक बैठकें आयोजित करने की अनुमति मिलने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
‘एक्स' पर एक पोस्ट में, पश्चिम बंगाल के लिए बीजेपी के सह-प्रभारी और पार्टी के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा, “राहुल गांधी की यात्रा की अनुमति नहीं देने का ममता बनर्जी का फैसला आई.एन.डी.आई. गठबंधन के ताबूत में आखिरी कील की तरह है.” उन्होंने कहा, “इस फैसले का उद्देश्य कांग्रेस को अपमानित करना है...लेकिन यह देखना दिलचस्प है कि स्टॉकहोम सिंड्रोम से पीड़ित कांग्रेस सिर्फ पांच मिनट के लिए यात्रा में शामिल होने के वास्ते ममता बनर्जी से विनती करती रहती है.”
मालवीय ने दावा किया कि बनर्जी “घबराई हुई” हैं और यह सब इस उम्मीद में कर रही हैं कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) “परिणामों के बाद प्रासंगिक बने रहने” के लिए पश्चिम बंगाल की सभी लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. उन्होंने कहा, “यह बहाना कि यह परीक्षाओं को देखते हुए किया गया है, एक दिखावा है. ऐसी कोई बाध्यता नहीं है क्योंकि परीक्षाएं दो फरवरी से शुरू हो रही हैं और यात्रा को 28 जनवरी को सिलीगुड़ी क्षेत्र में प्रवेश करना था.”
बनर्जी ने बुधवार को घोषणा की कि उनकी पार्टी राज्य में “अकेले” लोकसभा चुनाव लड़ेगी. उनकी इस टिप्पणी ने कांग्रेस को परेशान कर दिया और विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस' (इंडिया) में राजनीतिक हलचल पैदा कर दी.
कांग्रेस और टीएमसी के बीच सीट-बंटवारे का प्रस्ताव तब बिगड़ गया जब टीएमसी ने सबसे पुरानी पार्टी पर जमीनी हकीकत को स्वीकार किए बिना अनुचित (संख्या में सीटों की) मांग करने का आरोप लगाया. शुक्रवार को सिलीगुड़ी में पत्रकारों से बात करते हुए चौधरी ने कहा कि गांधी की ‘यात्रा' का कार्यक्रम राज्य में प्रशासन को बहुत पहले ही सौंप दिया गया था.
चौधरी ने कहा, “कुछ स्थानों पर हमें अड़चनों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि हमें परीक्षाओं का हवाला देते हुए सार्वजनिक बैठकें आयोजित करने की अनुमति नहीं मिल रही है. भारत जोड़ो न्याय यात्रा को असम सहित पूर्वोत्तर में मुश्किलों का सामना करना पड़ा है और अब इसे टीएमसी शासित पश्चिम बंगाल में भी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.” उन्होंने कहा, “हमें सिलीगुड़ी में एक सार्वजनिक बैठक आयोजित करने की अनुमति नहीं दी गई. हमें राज्य सरकार से बेहतर सहयोग की उम्मीद थी. वैसे भी, कुछ बदलावों को छोड़कर यात्रा का मार्ग और यात्रा कार्यक्रम वही रहेगा.”
यह भी पढ़ें : ममता बनर्जी के बंगाल में राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' को हो रही दिक्कतें: कांग्रेस
यह भी पढ़ें : तृणमूल के साथ सीट बंटवारे पर गतिरोध का मिलकर समाधान निकाल लेंगे: जयराम रमेश
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)