कृषि कानूनों को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधा है. ममता का कहना है कि हम किसानों के साथ हैं और ये तीनों कानून वापस होने चाहिए. दरअसल, ममता सरकार ने कृषि कानूनों के विरोध और उन्हें निरस्त करने को लेकर विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र बुलाया है. यहां इन कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव पेश किया गया. ममता ने कृषि कानूनों को लेकर हो रहे आंदोलन और दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर भी सरकार पर जमकर निशाना साधा.
कृषि कानूनों के खिलाफ विधानसभा में लाए गए प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान ममता ने कहा कि दिल्ली की स्थिति को पुलिस संभाल नहीं पाई. अगर ये बंगाल में होता तो अमित भैया कहते- क्या हुआ. हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं. हम चाहते हैं तीनों कृषि कानूनों को निरस्त किया जाए. या तो आप कानून वापस ले लें या फिर कुर्सी छोड़ दें.
ममता ने आगे कहा कि हम किसानों के साथ हैं और चाहते हैं कि ये कानून वापस हों. ये कानून जबरदस्ती पास करवाए गए हैं. मोदी सरकार ने दिल्ली में हुई हिंसा को बहुत खराब तरीके से हैंडल किया.वहां जो हुआ उसके लिए पूरी तरह से बीजेपी जिम्मेदार है. पहले दिल्ली को संभालो, फिर बंगाल के बारे में सोचो.
इससे पहले कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने भी दिल्ली में हुई हिंसा के लिए बीजेपी और अमित शाह को जिम्मेदार ठहराया था. उन्होंने कहा था कि लालकिले में घुसे प्रदर्शनकारी बीजेपी के एजेंट थे. इसके लिए अमित शाह जिम्मेदार हैं, इसलिए कांग्रेस ने उनके इस्तीफे की मांग की है. प्रकाश जावड़ेकर द्वारा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराने की बात पर चिदंबरम ने कहा कि 'मिस-इंफोरमेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग मिनिस्टर' को सीरियसली लेने की ज़रूरत नहीं है.