उन दलों का स्वागत है, जो संविधान की प्रस्तावना में विश्वास रखते हैं : मल्लिकार्जुन खरगे

मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, "हम यहां से यह भी संदेश देते हैं कि इंडिया गठबंधन उन सभी राजनीतिक दलों का स्वागत करता है जो भारत के संविधान की प्रस्तावना में अटूट विश्वास रखते हैं और इसके आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय के उद्देश्यों से प्रतिबद्ध हैं.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins

बहुमत से दूर रह गया इंडिया गठबंधन अब अन्य राजनीतिक दलों का स्वागत करने को तैयार है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का कहना है कि इंडिया गठबंधन उन सभी राजनीतिक दलों का स्वागत करता है जो भारत के संविधान की प्रस्तावना में अटूट विश्वास रखते हैं. इंडिया गठबंधन के घटक दलों की बैठक बुधवार शाम कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर हो रही है. इसी बैठक के दौरान खरगे ने यह बातें कही.

उन्होंने सहयोगी दलों से कहा, "मैं इंडिया गठबंधन के सभी साथियों का स्वागत करता हूं. हम एक साथ लड़े, तालमेल से लड़े और पूरी ताकत से लड़े. आप सबको बधाई."

कांग्रेस अध्यक्ष के मुताबिक 18वीं लोकसभा चुनाव का जनमत सीधे तौर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ है. चुनाव उनके नाम और चेहरे पर लड़ा गया था और जनता ने भाजपा को बहुमत नहीं देकर उनके नेतृत्व के प्रति साफ संदेश दिया है. व्यक्तिगत रूप से मोदी जी के लिए यह न सिर्फ राजनीतिक हार है, बल्कि नैतिक हार भी है. हम सब उनकी आदतों से वाकिफ हैं. वो इस जनमत को नकारने की हरसंभव कोशिश करेंगे.

खरगे ने कहा, "हम यहां से यह भी संदेश देते हैं कि इंडिया गठबंधन उन सभी राजनीतिक दलों का स्वागत करता है जो भारत के संविधान की प्रस्तावना में अटूट विश्वास रखते हैं और इसके आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय के उद्देश्यों से प्रतिबद्ध हैं.

बुधवार शाम हो रही इंडिया गठबंधन की बैठक में मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, अखिलेश यादव, अभिषेक बनर्जी, सीताराम येचुरी, एमके स्टालिन, संजय सिंह, शरद पवार, तेजस्वी यादव, प्रियंका गांधी वाड्रा आदि शामिल हुए. इंडिया गठबंधन ने बैठक अपनी आगे की रणनीति तय करने के लिए बुलाई है.

गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी समेत इंडिया गठबंधन को लोकसभा चुनाव में 234 सीटें हासिल हुई है. दूसरी ओर भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन ने स्पष्ट बहुमत हासिल करते हुए 292 सीटें जीती हैं.
 

Advertisement
Featured Video Of The Day
Maharashtra Election Results का इंतजार, महाराष्ट्र में इस बार किसकी सरकार?