- मैथिली ठाकुर को अलीनगर से कैंडिडेट बनाने का स्थानीय कार्यकर्ता कर रहे हैं विरोध
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नाराज नेताओं को खुद बुलाकर मनाया है
- स्थानीय लोग मैथिली को बाहरी कैंडिडेट बताकर कर रहे हैं विरोध
बिहार विधानसभा चुनाव में अलीनगर सीट पर प्रसिद्ध लोकगायिका मैथिली ठाकुर को टिकट मिलने का स्थानीय नेता और कार्यकर्ता जबरदस्त विरोध कर रहे हैं. बीजेपी ने मैथिली को टिकट दो दे दिया है लेकिन छोटी सी लड़की चुनाव के दांवपेच से कोसों दूर है. यही उस लड़की के लिए सबसे बड़ी चुनौती है. लोग उन्हें बाहरी कैंडिडेट बताकर विरोध कर रहे हैं.
स्थानीय कार्यकर्ताओं में विरोध
मैथिली के टिकट के बाद जो स्थानीय कार्यकर्ताओं में विरोध उसे देखते हुए बीजेपी सतर्क हो गई है. जो नेता टिकट के दावेदार थे वो काफी गुस्से में दिख रहे थे. जब बात बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व तक पहुंची तो खुद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मोर्चा संभाल लिया. उन्होंने नाराज नेताओं को पटना बुलाकर उनसे मुलाकात की.
नाराज नेताओं से अमित शाह की मुलाकात
संजय सिंह अलीनगर से टिकट के दावेदार थे. सबसे ज्यादा नाराजगी उनकी तरफ से ही थी. अमित शाह ने उन्हें बुलाकर मुलाकात की है. केंद्रीय गृह मंत्री से मिलने के बाद संजय सिंह ने कहा कि जब अमित शाह ने बुलाया है तो मैथिली की मदद करेंगे. स्थानीय जनता का कहना है कि बीजेपी यदि स्थानीय नेता को कैंडिडेट बनाती तो बेहतर होता. पिछली बार यहां के विधायक मिश्री लाल यादव भी बाहरी थे. स्थानीय लोगों ने बताया कि उनसे मिलना मुश्किल था. उनका डर है कि कहीं मैथिली के जीतने के बाद भी ऐसा ही ना हो.
आरेजडी कैंडिडेट ने कहा- मैथिली को राज्यसभा भेजा जाए
उधर, आरजेडी के कैंडिडेट विनोद मिश्रा ने कहा कि वो स्थानीय कैंडिडेट हैं. मैथिली बड़ी गायिका हैं, उन्हें राज्यसभा भेजना चाहिए. पिछली बार विनोद मिश्रा 3100 वोट से चुनाव हार गए थे. गौरतलब है कि दरभंगा का अलीनगर वैसे तो छोटी विधानसभा सीट है लेकिन इस बार इस सीट के बहुत चर्चे हैं.