महाशिवरात्रि पर भोले की नगरी काशी में सुबह-सुबह एक अद्भत नजारा देखने को मिला. दरअसल, यहां हाथ में त्रिशूल, तलवार और गदा लहराते हुए नागा साधु शाही शोभायात्रा निकालकर बाबा विश्वनाथ के दरबार में पहुंचें और उनका जलाभिषेक किया. यहां आपको बता दें कि महाकुंभ के अंतिम पवित्र स्नान यानी कि महाशिवरात्रि के मौके पर नागा साधु काशी विश्वनाथ के जलाभिषेक के लिए आते हैं.
नागा साधुओं की ये शोभा यात्रा श्रद्धालुओं के लिए भी खास आकर्षण का केंद्र रही. इस दौरान डमरू की आवाज और हर हर महादेव के जयकारों से पूरा इलाका गूंजता रहा.
इस शोभा यात्रा में शाही रथ पर अखाड़े के महामंडलेश्वर बैठे हुए नजर आए और काशी के लोगों ने हर हर महादेव के जयकारे के साथ उनका स्वागत किया.
दरअसल, एक के बाद एक 7 अखाड़ों के नागा साधु काशी विश्वनाथ मंदिर में महादेव का जलाभिषेक करेंगे.
काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी का कहना है कि इस बार महाशिवरात्रि पर बाबा के भक्त रिकॉर्ड बना सकते हैं. आज बाबा विश्वनाथ पूरी रात अपने भक्तों को दर्शन देंगें और यह सिलसिला 27 फरवरी की सुबह 11 बजे तक जारी रहेगा.