महाराष्ट्र फ्लोर टेस्ट में 2 कांग्रेस विधायक सदन में पहुंचे लेट, जबकि कई रहे गैर-मौजूद

एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार ने 164-99 के अंतर से फ्लोर टेस्ट जीत लिया.

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मुंबई:

महाराष्ट्र कांग्रेस के दो प्रमुख विधायक - अशोक चव्हाण और विजय वडेट्टीवार - एकनाथ शिंदे खेमे के बहुमत साबित करने के बाद राज्य विधानसभा में पहुंचे. दोनों ही नेता देरी से पहुंचे. वहीं, सबसे कम उम्र के कांग्रेस विधायक जीशान सिद्दीकी, कांग्रेस के एक अन्य विधायक धीरज देशमुख और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के संग्राम जगताप, जो रविवार को स्पीकर वोट के दौरान मौजूद थे, वे आज सदन में नहीं पहुचें, जिससे अटकलों को हवा मिली. वोटिंग के समय अशोक चव्हाण और विजय वडेट्टीवार सदन के अंदर नहीं पहुंच पाए.

इनके अलावा अलग-अलग वजहों के चलते सदन में नहीं पहुंचे विधायकों में एनसीपी के नवाब मलिक, अनिल देशमुख, दत्तात्रेय विठोबा भरने, नीलेश ज्ञानदेव लंके, अन्ना बंसोडे, दिलीप दत्तात्रेय मोहिते, बबन शिंदे, भाजपा के मुक्ता तिलक, लक्ष्मण जगताप, कांग्रेस के प्रणीति शिंदे, रंजीत कांबले, और एआईएमआईएम के मुफ्ती इस्माइल कासमी शामिल हैं.

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 एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार ने 164-99 के अंतर से फ्लोर टेस्ट जीत लिया. रविवार को विधानसभा स्पीकर चुनाव में भाजपा उम्मीदवार राहुल नार्वेकर ने जीत हासिल की थी. नार्वेकर को 164 वोट मिले थे, जबकि उद्धव ठाकरे गुट के उम्मीदवार को 107 वोट मिले थे.

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शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने शिवसेना के चीफ व्हिप भरत गोगावाले द्वारा जारी किए गए व्हिप के खिलाफ मतदान किया. भरत गोगावाले को बीती रात ही चीफ व्हिप नियुक्त किया गया. चीफ व्हिप की नियुक्ति के खिलाफ उद्धव ठाकरे गुट सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है. जिस पर जल्द सुनवाई की अपील की गई थी, लेकिन इसकी सुनवाई 11 जुलाई को मुख्य मामले की साथ होगी. 

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