महाराष्‍ट्र, पंजाब, छत्‍तीसगढ़, गुजरात सहित 11 राज्‍यों में कोरोना के बढ़ते मामले चिंता का विषय : केंद्र

बैठक में बताया गया कि बीते 14 दिनों में इन 11 राज्यों से 90% मामले और 90.5% मौत रिपोर्ट हो रही हैं. महाराष्ट्र राज्‍य में कोरोना के मामलों को लेकर खासी चिंता जताई गई .

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महाराष्‍ट्र सहित 11 राज्‍यों के कोरोना के नए केसों में काफी उछाल आया है (प्रतीकात्‍मक फोटो)
नई दिल्‍ली:

कैबिनेट सेक्रेटरी की सभी राज्यों के चीफ सेक्रेटरी के साथ शुक्रवार को हुई बैठक में महाराष्‍ट्र, पंजाब और छत्‍तीसगढ़ सहित 11 राज्‍यों को लेकर गंभीर चिंता जताई गई. बैठक में पांच सूत्रीय एजेंडे- टीकाकरण, टेस्टिंग, कंटेनमेंट, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और 'कोविड एप्रोप्रिएट विहेवियर' के पालन पर विशेष जोर दिया गया. बैठक में जिन 11 राज्‍यों में कोरोना के ज्‍यादा केस रिकार्ड हो रहे है, वहां के हालात को लेकर‍ चिंता जताई गई. कैबिनेट सेक्रटरी ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों की बैठक में कोरोना के नियमों को तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया, इसमें पुलिस एक्ट,डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट और दूसरी कानूनी और प्रशासनिक प्रावधानों का इस्तेमाल किया जाए. जिन राज्‍यों में कोरोना के ज्‍यादा केस रिकॉर्ड हो रहे हैं और जों चिंता का कारण बने हुए हैं उनमें महाराष्‍ट्र, पंजाब, कर्नाटक, केरल, चंडीगढ़, छत्‍तीसगढ़, गुजरात, मध्‍य प्रदेश, तमिलनाडु, दिल्‍ली और हरियाणा शामिल हैं.

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बैठक में बताया गया कि बीते 14 दिनों में इन 11 राज्यों से 90% मामले और 90.5% मौत रिपोर्ट हो रही हैं. महाराष्ट्र को लेकर खासी चिंता जताई गई और राज्यों को एक्टिव केस बढ़ने के मद्देनजर कंटेनमेंट स्ट्रेटजी अपनाने और ज्यादा हो रही मौतों को लेकर क्लीनिकल मैनेजमेंट प्रोटोकॉल का पालन करने का निर्देश दिया गया. निर्देशों में कहा गया कि टू टियर और थ्री टियर शहरों में मामले ज्यादा आ रहे हैं, ऐसे में कोरोना गाइडलाइंस का सख्ती से पालन हो, कंटेनमेंट और सर्विलेंस को भी गंभीरता से लागू किया जाए, टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाई जाए और टेस्टिंग भी ज्यादा से ज्यादा की जाए. यह भी कहा गया कि कुल टेस्ट का RTPCR 70% हो, 25- 30 कॉन्टैक्ट 72 घंटे में तलाशे जाएं. इसके साथ ही माइक्रो कंटेनमेंट ज़ोन बनाने पर जोर देने के साथ ही ऑक्सीजन बेड, आइसोलेशन बेड, वेंटिलर/आईसीयू के पर्याप्त इंतजाम करने पर भी बल दिया गया ताकि ऑक्सीजन सप्लाई की दिक्कत न आए. एंबुलेंस के इंतजाम दुरुस्त रखने और अस्पताल में स्टाफ की संख्या बढ़ाई जाने पर खास जोर दिया गया. बैठक में यह भी कहा गया कि ऐसी व्यवस्था करें की AIIMS के डॉक्टर से ज़िले के अस्पताल के आईसीयू के डॉक्टर रोजाना टेली कंसल्‍टेशन करें. अभी फिलहाल ये हफ्ते में दो दिन हो रहा है.

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बैठक में साफ तौर पर कहा गया कि जो covid appropriate बिहेवियर न अपनाए इन पर सख्ती दिखाएं और जुर्माना लगाएं. इसके लिए पॉलिटिकल, कल्चरल, स्पोर्ट्स, धार्मिक नेता की मदद लें. बाजार, मेला, सामाजिक और धार्मिक समारोह पर ध्यान खासा दें क्योंकि ये सुपर स्प्रेडर हैं. ये जागरूकता फैलाएं कि जितनी ज़रूरी वैक्सीन है उतना ही ज़रूरी covid appropriate behaviour है. टीकाकरण को लेकर सुनिश्चित करें कि जो जिले ज्यादा प्रभावित हैं वहां जो भी अर्हता रखते हैं उनका 100% टीकाकरण समयबद्ध तरीके से हो. कैबिनेट सेक्रेटरी ने कहा कि वैक्सीन की कोई कमी नहीं है और चीफ सेक्रेटरी इस बात को सुनिश्चित करें कि उनके अधिकारी तमाम संसाधनों का इस्तेमाल करें जरूरी कदम उठाएं.

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