महाराष्ट्र: पवार Vs पवार की जंग में किसका पलड़ा भारी? किसके पास हैं ज्यादा विधायक?

कई मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अजित पवार ने राज्यपाल को लिखी चिट्ठी में 40 से ज्यादा विधायकों के समर्थन और उनके साइन का दावा किया है. वहीं कई विधायकों का आरोप था कि उन्होंने उद्देश्य जाने बिना अनजाने में चिट्ठी पर अपने साइन कर दिए.

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शरद पवार और अजित पवार ने अपनी ताकत दिखाने के लिए बुधवार को बैठक बुलाई है.
मुंबई:

महाराष्ट्र की सियासत (Maharashtra Crisis) में हर दिन नए रंग देखने को मिल रहे हैं. शिवसेना (Shivsena) के बाद अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP)में भी दो गुट बन गए हैं. पहला- शरद पवार गुट और दूसरा- अजित पवार गुट. दोनों ने अपनी ताकत दिखाने के लिए बुधवार को बैठक बुलाई है. अपने चाचा शरद पवार से अलग होकर महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने के बाद अजित पवार (Ajit Pawar)ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के 53 में से 40 विधायकों के समर्थन का दावा किया है. हालांकि, अजित पवार समेत 8 विधायकों के साथ शपथ लेने के दो दिन बाद यह स्पष्ट नहीं है कि शरद पवार (Sharad Pawar) गुट और अजित पवार गुट में कौन बड़ा है.

कई मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अजित पवार ने राज्यपाल को लिखी चिट्ठी में 40 से ज्यादा विधायकों के समर्थन और उनके साइन का दावा किया है. वहीं कई विधायकों का आरोप था कि उन्होंने उद्देश्य जाने बिना अनजाने में चिट्ठी पर अपने साइन कर दिए.

अजित पवार ने रविवार की थी बगावत
2 जुलाई को 8 विधायकों के साथ शपथ लेने के बाद अजित पवार और बाकी बागियों को शरद पवार ने NCP से निकाल दिया था. इसके बाद अजित पवार ने अपनी नई पार्टी बना ली. अजित ने मंगलवार को मुंबई में मंत्रालय के सामने अपने नए पार्टी दफ्तर का ऐलान किया. वो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की कैबिनेट मीटिंग में भी शामिल हुए.

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अभी तक किसी ने पेश नहीं किए अपने विधायक
अभी तक न तो अजित पवार और न ही शरद पवार ने अपने समर्थन में विधायक पेश किए हैं. लेकिन ट्विटर पर मुट्ठी भर लोग  शरद पवार के प्रति अपनी वफादारी का ऐलान कर रहे हैं. अनिल देशमुख, जीतेंद्र अवध, जयंत पाटिल, रोहित पवार, संदीप क्षीरसागर और प्राजक्त प्रसादराव तनपुरे ने शरद पवार के साथ अपनी तस्वीरें शेयर की है और पोस्ट लिखा है.

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जीतेंद्र अवध ने लिखा- "हमेशा आदरणीय साहब (शरद पवार) के साथ".

एनसीपी सांसद अमोल कोल्हे ने भी शरद पवार के प्रति समर्थन को ट्वीट किया- "जब दिल और दिमाग युद्ध में हों, तो दिल की सुनें. दिमाग कभी-कभी नैतिकता भूल सकता है, दिल ऐसा कभी नहीं करेगा."

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अजित पवार के साथ ये हैं विधायक
जहां तक ​​अजित पवार गुट की बात है, तो उनके साथ रविवार को शपथ लेने वाले विधायकों में छगन भुजबल, धनंजय मुंडे, दिलीप वाल्से पाटिल, अनिल पाटिल, हसन मुशरिफ, अदिति तटकरे, धर्मरावबाबा अत्राम और संजय बनसोडे शामिल हैं. जितेंद्र अवध ने कहा है कि दोनों गुटों में संख्या तभी स्पष्ट होगी, जब शरद पवार विधायकों का नंबर डायल करना शुरू करेंगे.

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अजित पवार को एनसीपी को बांटने के लिए चाहिए दो तिहाई बहुमत
फिलहाल अजित पवार के पास एनसीपी पार्टी को विभाजित करने और दल-बदल विरोधी कानून के तहत कार्रवाई से बचने के लिए जरूरी दो-तिहाई बहुमत नहीं है. अगर उनके पास पर्याप्त नंबर हैं, तो वह पार्टी के नाम और प्रतीक पर दावा ठोंक सकते हैं.

नई शुरुआत करेंगे शरद पवार
इस बीच 82 वर्षीय शरद पवार ने सोमवार से एनसीपी को जमीनी स्तर से फिर से खड़ा करने का अपना मिशन शुरू किया है. टीम शरद पवार दल-बदलुओं की अयोग्यता पर कानूनी विशेषज्ञों से सलाह ले रही है.

महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष लेगें अयोग्यता पर फैसला
अजित पवार और उनके गुट को अयोग्य घोषित किया जाना चाहिए या नहीं, इस पर निर्णय महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नारवेकर लेंगे. हालांकि, उन्होंने शिवसेना के लिए इसी सवाल पर कोई फैसला नहीं लिया था. शरद पवार के करीबी सूत्रों का कहना है कि वह उद्धव ठाकरे जैसी गलती करने के इच्छुक नहीं हैं.

शरद पवार जानते हैं कि एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हुए 9 विधायक वापस नहीं लौटेंगे, लेकिन वह यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि अन्य को पता रहे कि वे कभी भी लौट सकते हैं. सूत्रों ने कहा, "केवल इन नौ के खिलाफ कार्रवाई की गई है. बाकी लोगों के लिए सुप्रिया सुले ने कहा कि वे परिवार की तरह हैं, उन्हें वापस लौटने का विकल्प दिया गया है."

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