चीन में कोरोना के मामलों में हुए इजाफे ने भारत सहित दुनियाभर की चिंता बढ़ा दी है. चीन में कोरोना के प्रकोप के मद्देनज़र समीक्षा बैठक के बाद केंद्र ने लोगों को भीड़ में पहनें मास्क पहनने की सलाह दी है. कोविड अलर्ट पर महाराष्ट्र भी है. राज्य सरकार ने ऐलान किया है कि टास्क फ़ोर्स जल्द बनेगी. महाराष्ट्र में फ़िलहाल 132 सक्रिय कोविड मामले हैं लेकिन मुंबई में खसरा का फैलाव भी बड़ा है. क़रीब 17 बच्चों का इसके कारण जान गंवानी पड़ी है, इसलिए इन तमाम बीमारियों के टीकाकरण में तेज़ी लाने के लिए बृहन्नमुंबई म्युनिसिपल कार्पोरेशन (बीएमसी) रिटायर्ड नर्सों को तलाश रही है.
बता दें, कोरोना को लेकर चीन की बिगड़ी हालत ने भारत में फिर हलचल मचाई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ-साथ, सबसे ज़्यादा कोरोना की मार झेलने वाला महाराष्ट्र इससे चिंतित है. नागपुर में चल रहे महाराष्ट्र विधानसभा के शीतकालीन सत्र में विपक्ष के नेता अजित पवार की मांग पर एक्शन लेते हुए उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने टास्क फ़ोर्स बनाए जाने की घोषणा की.फडणवीस ने कहा, " विपक्ष के नेता ने एक बहुत ही महत्वपूर्ण सवाल उठाया है. हम केंद्र के साथ समन्वय करेंगे और विपक्ष के नेता के सुझाव के अनुसार हम एक टास्क फोर्स या एक समिति बनाएंगे. ये टास्क फोर्स कोविड के साथ मौजूदा स्थिति पर विचार करेगी और उसके अनुसार कार्य करेगी."
महाराष्ट्र में इस समय कोरोना के 132 सक्रिय मामले हैं. राज्य के स्वास्थ्य सचिव के अनुसार, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की सलाह को देखते हुए, पुणे और मुंबई की प्रयोगशालाओं में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए पॉजिटिव सैंपल भेजे जाएंगे. रेलवे स्टेशनों, एयरपोर्ट्स जैसी सार्वजनिक जगहों पर टेस्टिंग शुरू करने को लेकर राज्य को केंद्र सरकार के निर्देशों का इंतजार है. महाराष्ट्र के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री भी पॉजिटिव सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग कराने के केंद्र सरकार की एडवाइजरी को गंभीरता से लेने की बात कर रहे हैं. पूर्व स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा, "केंद्र की ओर से दी गई एडवाइजरी सही है. पॉजिटिव मामलों की जीनोम सीक्वेंसिंग की जानी चाहिए और केंद्र द्वारा दिए जा रहे निर्देशों का पालन करना बहुत जरूरी है." इस बीच, कोविड की संभावित चुनौती और मुंबई में खसरे के मामलों को देखते हुए इन बीमारियों के टीकाकरण को युद्धस्तर पर आगे बढ़ाने के लिए बीएमसी रिटायर्ड नर्स, मिडवाइब्स तलाश रही है जिन्हें जिन्हें कांट्रेक्ट पर वैक्सीनेशन का ज़िम्मा सौंपा जायेगा. खसरा से पिछले क़रीब डेढ़ महीने में 17 बच्चों की मौत हुई है. फ़िलहाल कोविड से कहीं अधिक खसरा मायानगरी के लिए बड़ी चुनौती है.
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