- MNS ने बीएमसी चुनाव 2026 के लिए पहली उम्मीदवारों की सूची जारी की है जिसमें सोनाली देव मिश्रा का नाम शामिल है.
- सोनाली मिश्रा को कांदिवली वेस्ट के वार्ड 21 से उम्मीदवार बनाया है जो उत्तर भारतीय वोटरों का इलाका है.
- कांदिवली वेस्ट वार्ड में हिंदी भाषी और उत्तर भारतीय मतदाता चुनाव के नतीजे पर निर्णायक भूमिका निभाते हैं.
मुंबई की सियासत दिलचस्प मोड़ पर है. राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने BMC चुनाव 2026 के लिए अपने योद्धाओं की पहली लिस्ट जारी कर दी है. लेकिन इस लिस्ट में एक ऐसा नाम है, जिसने राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज कर दी है. नाम है, सोनाली देव मिश्रा.
जिस उत्तर भारतीय राजनीति के विरोध की बुनियाद पर MNS खड़ी हुई थी, आज उसी पार्टी ने वार्ड क्रमांक 21 कांदिवली वेस्ट से एक उत्तर भारतीय महिला चेहरे पर दांव खेला है. सवाल उठ रहा है कि क्या ये राज ठाकरे का हृदय परिवर्तन है या फिर सत्ता की कुर्सी तक पहुंचने की मजबूरी?
कांदिवली वेस्ट: आखिर यहीं से क्यों?
कांदिवली वेस्ट का यह चुनावी गणित बहुत गहरा है, वार्ड नंबर 21 में हिंदी भाषी और उत्तर भारतीय वोटरों की तादाद हार-जीत तय करती है. ये इलाका बीजेपी का गढ़ माना जाता है. यहां से सोनाली मिश्रा को उतारकर राज ठाकरे ने सीधे बीजेपी के वोट बैंक में सेंधमारी की कोशिश की है.
जिस शहर में उत्तर भारतीयों की संख्या बढ़ी है, वहां सिर्फ मराठी मानुस के दम पर बीएमसी की सत्ता पाना मुश्किल है, इसलिए अब एक तरह से 'मराठी प्लस' फॉर्मूले पर काम शुरू है, ताकि विरोधी दल MNS पर 'प्रांतवाद' का आरोप आसानी से नहीं लगा पाएं. पार्टी ने कुल 37 उम्मीदवारों की सूची जारी की है, जिसमें समाज के अलग-अलग वर्गों को साधने की कोशिश की गई है.













