महाराष्ट्र में चंद्रपुर जिले के एक जंगल में एक महिला ने बहादुरी दिखाते हुए अपनी बेटी को तेंदुए का शिकार होने से बचा लिया. एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह घटना 30 जून को हुई. बच्ची तेंदुए के हमले में गंभीर रूप से घायल हो गई हैं और उसका सोमवार को नागपुर के अस्पताल में ऑपरेशन होना है.
वन विकास निगम लिमिटेड के संभागीय प्रबंधक वी एम मोरे ने बताया कि जुनोना गांव की रहनेवाली अर्चना मेशराम गांव के बाहरी इलाके में जा रही थी, तभी उसके पीछे चल रही उसकी बच्ची पर तेंदुए ने हमला कर दिया. महिला शुरू में तो डर के मारे पीछे हट गई, लेकिन बाद में साहस जुटाते हुए उसने बांस के डंडे से जंगली जीव पर हमला किया. इसके बाद तेंदुए ने बच्ची को छोड़ महिला पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन महिला ने उसे डंडे से मारना जारी रखा और बाद में जंगली जीव जंगल में भाग गया.
बच्ची का जबड़ा गंभीर रूप से जख्मी हो गया और वन्य कर्मी उसे चंद्रपुर सिविल अस्पताल ले गए, जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए नागपुर के सरकारी दंत चिकित्सा अस्पताल भेज दिया गया. वन विभाग ने उसके इलाज के लिए प्राथमिक मुआवजे के तौर पर कुछ राशि दी है.
मुंबई की एक हाउसिंग सोसायटी में चहलकदमी करता दिखा तेंदुआ