महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली MVA सरकार संकट में नजर आ रही है, क्योंकि शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे समेत 22 विधायकों ने सूरत के एक होटल में डेरा डाल लिया है. एक दिन पहले हुए विधान परिषद चुनाव में ‘क्रॉस-वोटिंग' की आशंकाओं के बीच उनके इस कदम से राज्य की महा विकास आघाडी (एवीए) सरकार की स्थिरता सवालों के घेरे में आ गई है. शिंदे ने अपने ट्विटर बायो से शिवसेना शब्द भी हटा दिया है. देर शाम को उन्होंने शिवसेना के दो नेताओं से सूरत में मुलाकात की, लेकिन सूत्रों के अनुसार, उन्होंने सुलह के लिए शर्त रखी है कि शिवसेना बीजेपी के साथ सत्ता में वापस लौटे. महाराष्ट्र में सियासी संकट को लेकर सभी पार्टियों में हलचल बढ़ गई है. राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी ने इस घटनाक्रम का अपनी पार्टी से कोई संबंध होने से इनकार किया है. महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि महाराष्ट्र के ताजा राजनीतिक घटनाक्रम से उनकी पार्टी का कोई भी संबंध नहीं है. हालांकि वे यह कहने से नहीं चूके कि अगर शिंदे सरकार बनाने का प्रस्ताव लेकर आते हैं तो भाजपा इस पर ‘जरूर विचार करेगी.'
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महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच सीएम उद्धव ठाकरे आज लगातार सहयोगी पार्टी के नेताओं के साथ बैठक की. शिवसेना नेताओं के साथ बैठक में ठाकरे ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि बागी तेवर दिखा रहे एकनाथ शिंदे जल्द ही पार्टी में लौट आएंगे. इस बीच, शिवसेना विधायकों को सीएम निवास से मुंबई के एक होटल में शिफ्ट किया गया है.
महाराष्ट्र के सियासी हालात को लेकर शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, "हमारे दो लोग वहां (सूरत) गए और एकनाथ शिंदे से बात की. वे हमारे पुराने दोस्त हैं. हर कोई जानता है कि हमने बीजेपी का साथ क्यों छोड़ा और एकनाथ शिंदे भी इसके गवाह हैं."
कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रभारी एचके पाटिल ने एमवीए सरकार पर मंडराते संकट के बीच कहा है, "सुबह जैसी स्थिति दिखाई गई थी, वैसी नहीं है." ANI से बातचीत में उन्होंने कहा कि सरकार को कोई खतरा नहीं है और हमारे पार्टी के नेता सीएम उद्धव ठाकरे से बातचीत कर रहे है. सभी विधायकों से हमारा संपर्क हो चुका है.हमारे सिर्फ एक विधायक विदेश गए हैं जो वापस लौट रहे हैं और वह भी हमारे संपर्क में हैं. हमारा कोई भी विधायक 'पहुंच के बाहर' (नॉट रीचेबल) नहीं है
महाराष्ट्र में शिवसेना के अंदर तेज हुए बगावती सुरों के बीच मुंबई के पांच सितारा होटल में रुके तीन अन्य बागी विधायकों को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास पर ले जाया गया है. इन विधायकों को सूरत में 22 बागी विधायकों की अगुवाई कर रहे एकनाथ शिंदे का करीबी माना जाता है. हाल ही में विधान परिषद सदस्य चुने गए शिवसेना के सचिन अहीर इन्हें लेकर मुख्यमंत्री के पास पहुंचे. ये विधायक दादा भूसे, संतोष भांगर और संजय राठौड़ हैं.
इस बीच, एनसीपी नेता छगन भुजबल ने कहा कि महाराष्ट्र की सियासत में एक तरह का तूफान आया है. यदि तूफान आता है तो शांत भी हो जाता है. आने वाले दिनों में स्थिति फिर से सामान्य हो जाएगी.
महाराष्ट्र के ताजा राजनीतिक घटनाक्रम को देखते हुए कांग्रेस सक्रिय हो गई है और इसी क्रम में उसने अपने वरिष्ठ नेता कमलनाथ को राज्य के लिए पर्यवेक्षक बनाया है.पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को महाराष्ट्र के लिए पर्यवेक्षक बनाया है. कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि कमलनाथ आज रात या बुधवार को मुंबई पहुंच सकते हैं तथा पार्टी के महाराष्ट्र प्रभारी एचके पाटिल भी मंगलवार शाम को मुंबई पहुंच सकते हैं.
बागी एकनाथ शिंदे ने अपने ट्विटर प्रोफाइल से "शिवसेना" हटा दिया है. उन्होंने दावा किया है कि वो ही असली शिवसेना हैं.
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार मुश्किल में लग रही है. पहले राज्यसभा और अब एमएलसी चुनाव में झटके के बाद महाविकास अधाड़ी सरकार पर संकट के बादल गहराने लगे हैं. मंत्री और शिवसेना के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे के साथ करीबन 21 बागी विधायक भाजपा शासित गुजरात के सूरत में एक होटल में डेरा डाले हुए हैं. पूरी खबर के लिए यहां क्लिक करें.
एकनाथ शिंदे ने कहा है कि हम बालासाहेब के पक्के शिवसैनिक हैं... बालासाहेब ने हमें हिंदुत्व सिखाया है.. बालासाहेब के विचारों और धर्मवीर आनंद दीघे साहब की शिक्षाओं के बारे में सत्ता के लिए हमने कभी धोखा नहीं दिया और न कभी धोखा देंगे।
शरद पवार ने कहा है कि उद्धव ठाकरे ने अपनी पार्टी की दोपहर को बैठक बुलाई है. ये शिवसेना का आंतरिक मामला है. शाम को महाराष्ट्र जाऊंगा. मेरी किसी भी विधायक से बात नहीं है. शिवसेना, कांग्रेस और हम साथ हैं. शिवसेना जब तक नहीं बताएगी क्या समस्या है, तब तक हम कदम नहीं उठाएंगे. शाम को शिवसेना से मुलाकात होगी तब पता चलेगा कि क्या समस्या है.
इस बीच एकनाथ शिंदे के साथ सूरत गए शिवसेना विधायक नितिन देशमुख की पत्नी प्रांजलि ने अकोला में पुलिस थाने में लिखित शिकायत देकर पति के लापता होने की बात कही है. प्रांजलि के मुताबिक, 20 जून शाम 7 बजे उनकी फोन पर अपने पति से आखिरी बार बात हुई थी, उसके बाद से संपर्क नही हो पाया है. प्रांजलि ने पति की जान को धोखा होने की आशंका भी जताई है.
सूरत की होटल में ठहरे शिवसेना विधायक नितिन देशमुख की तबीयत खराब होने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया है.
सूत्रों का कहना है कि एकनाथ शिंदे, जो कथित तौर पर नाराज हैं, पार्टी के "संपर्क से दूर" हैं. यह पता चला है कि पालघर के विधायक श्रीनिवास वांगा, अलीगढ़ के विधायक महेंद्र दलवी और भिवंडी ग्रामीण के विधायक शांताराम मोरे भी "पहुंच से बाहर" हैं. सूत्रों ने बताया कि गुजरात के होटल में शिवसेना के कुल 22 विधायक ठहरे हुए हैं, जिनमें से पांच मंत्री हैं.
एकनाथ शिंदे शिवसेना के शीर्ष नेताओं में शुमार किए जाते हैं, और संप्रति वह महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी (MVA) की उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार में शहरी मामलों के मंत्री हैं. इस वक्त 11 अन्य पार्टी विधायकों के साथ कथित रूप से गुजरात के सूरत शहर में एक होटल में पहुंच चुके एकनाथ शिंदे मुंबई से सटे ठाणे के बड़े नेता हैं. पूरी खबर के लिए यहां क्लिक करें.