मेरे खिलाफ लगे आरोपों की जांच रिटायर जज करेंगे : महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख

परमबीर सिंह के अनिल देशमुख पर लगाए गए आरोपों के बाद महाराष्ट्र की सियासत में एक भूचाल आ गया था. विपक्षी दल गृहमंत्री अनिल देशमुख से इस्तीफे की मांग कर रहे थे,.

Advertisement
Read Time: 24 mins
नई दिल्ली:

मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगाए गए आरोपों की जांच हाईकोर्ट के एक रिटायर जज करेंगे. यह जानकारी खुद गृहमंत्री अनिल देशमुख ने दी है. न्यूज एजेंसी एएनआई ने उनके हवाले से लिखा है, 'महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने फैसला किया है कि मेरे खिलाफ मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त की ओर से लगाए गए आरोपों की जांच हाईकोर्ट के एक रिटायर जज करेंगे.'

बता दें, परमबीर सिंह के अनिल देशमुख पर लगाए गए आरोपों के बाद महाराष्ट्र की सियासत में एक भूचाल आ गया था. विपक्षी दल गृहमंत्री अनिल देशमुख से इस्तीफे की मांग कर रहे थे, लेकिन महाराष्ट्र सरकार ने भी परमबीर सिंह की मंशा पर सवाल उठाए कि जब वो मुंबई पुलिस कमिश्नर के पद पर थे तो उन्होंने चुप्पी क्यों साधी. ऐसे में महाराष्ट्र सरकार ने कहा कि पहले जांच होगी, दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी. 

Advertisement

'सचिन वाजे वसूली कर रहा था और अनिल देशमुख अनजान थे?' शिवसेना ने की अपनी ही सरकार के मंत्री की खिंचाई

Advertisement

परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को खत लिखकर अनिल देशमुख पर आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि गृहमंत्री ने उन्हें वसूली के लिए टारगेट दिया हुआ था. यह खत उन्होंने तब लिखा, जब उन्हें मुंबई पुलिस के कमिश्नर पद से हटाकर होमगार्ड भेज दिया. उन्हें मुंबई पुलिस आयुक्त पद से इसलिए हटाया गया था. क्योंकि उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटक से लदी कार मिली थी. इसके पीछे मुंबई पुलिस के इंस्पेक्टर सचिन वाझे का नाम सामने आया था. सचिन वाझे परमबीर सिंह के करीबी रहे हैं. सचिन वाझे कई वर्षों से निलंबित चल रहे थे, जिसे परमबीर सिंह ने बहाल किया था. सचिन वाझे अभी एनआईए की गिरफ्त में हैं. 

Advertisement

विपक्षी दलों ने महाराष्ट्र में आए सियासी भूचाल के बीच राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की भी मांग कर डाली थी. वहीं, परमबीर सिंह इस मामले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए थे. सुप्रीम कोर्ट ने उनकी याचिका पर सुनवाई से इनकार करते हुए कहा कि आपको पहले हाईकोर्ट जाना चाहिए. 

Advertisement

महाराष्ट्र लेटर बम : गृहमंत्री अनिल देशमुख बोले- अगर CM मेरे खिलाफ जांच का आदेश देते हैं तो इसका स्वागत करूंगा

हालांकि, एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना गंठबंधन के नेता कहते रहे कि महाराष्ट्र सरकार को कोई आंच नहीं आएगी. पहले खबरें आ रही थीं कि अनिल देशमुख को उनके पद से हटाया जाएगा. लेकिन बाद में एनसीपी प्रमुख शरद पवार उनके समर्थन में उतरे और सरकार का रुख भी उनके प्रति नरम दिखाई दिया. सरकार ने तय किया है कि ये आरोप गंभीर हैं और इनकी जांच करवाई जाएगी.

Video : महाराष्ट्र सरकार को बर्खास्त करने की मांग को लेकर राष्ट्रपति से मिले रामदास अठावले

Featured Video Of The Day
India-Maldives: भारत के दौरे पर राष्ट्रपति मुइज्जू, क्या दोनों देशों के बीच घुली कड़वाहट होगी दूर?
Topics mentioned in this article