- महाराष्ट्र के संभाजीनगर की एक युवती को नौकरी का झांसा देकर थाईलैंड में साइबर धोखाधड़ी के लिए बेचा गया.
- युवती को मार्केटिंग मैनेजर की नौकरी का झांसा देकर थाईलैंड भेजा गया और वहां उसे दूसरी कंपनी को सौंप दिया गया.
- वती ने 2000 अमेरिकी डॉलर देकर अपनी रिहाई करवाई और कंबोडिया में भारतीय दूतावास की मदद से देश लौटी.
महाराष्ट्र से साइबर स्लेवरी का एक गंभीर मामला सामने आया है. नौकरी दिलवाने के बहाने एक इंजीनियर युवती को डेढ़ लाख रुपये में थाईलैंड में बेच दिया गया. इतना ही नहीं वहां पर उससे साइबर धोखाधड़ी का काम करवाया जा रहा था. भारत से रवाना होने से पहले उसको इस बात की भनक तक नहीं थी कि उसके साथ क्या होने जा रहा है. थाईलैंड जाते ही उसके होश उड़ गए. वह समझ ही नहीं पा रही थी कि उसके साथ आखिर हुआ क्या. इतने पर भी युवती ने हिम्मत नहीं छोड़ी और भारत लौटने की कोशिश लगातार जारी रखी. इस काम में उसकी मदद की भारतीय दूतावास ने.
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नौकरी का झांसा देकर लड़की को बेचा
हैरान करने वाला ये मामला महाराष्ट्र के संभाजीनगर का है.अविनाश रामभाऊ उढाण नाम की एक कंपनी मालिक ने युवती को थाईलैंड में मार्केटिंग मैनेजर की नौकरी का झांसा दिया और उससे पैसे ले लिए. अगस्त में उसे थाईलैंड भेजा गया, लेकिन वहां उसे एक दूसरी कंपनी को सौंप दिया गया, जहां उससे साइबर धोखाधड़ी का काम करवाया जा रहा था.
कंपनी को 2000 डॉलर देकर खुद को छुड़वाया
लड़की को जब पता चला कि उसे बेचा गया है, तो उसने किसी तरह उस कंपनी को 2,000 अमेरिकी डॉलर चुकाकर अपनी रिहाई करवाई. कंबोडिया में भारतीय दूतावास की मदद से वह 21 अक्टूबर को भारत वापस लौटी. इसके बाद, उसने पुंडलिकनगर पुलिस स्टेशन में आरोपी अविनाश उढाण के खिलाफ धोखाधड़ी और मानव तस्करी की शिकायत दर्ज कराई. मुंबई में इमिग्रेशन अधिकारियों ने भी इस अवैध गतिविधि को लेकर सहारा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है.














