महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख बुधवार को सीबीआई के सामने वसूली मामले में बयान दर्ज करवाएंगे. मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह ने उन पर वसूली के आरोप लगाए हैं. परमबीर सिंह ने आरोप लगाया है कि अनिल देशमुख ने एपीआई सचिन वझे, एसीपी संजय पाटिल और डीसीपी भुजबल को 100 करोड़ की वसूली का टारगेट दिया था. इसके बाद बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश पर सीबीआई को 15 दिन के भीतर अपनी प्राथमिक जांच कर फैसला लेना है कि FIR दर्ज कर जांच आगे बढ़ाने जैसा मामला है या नहीं?
सीबीआई अब तक इस मामले में परमबीर सिंह , एपीआई सचिन वझे, एसीपी संजय पाटिल, डीसीपी राजू भुजबल, अनिल देशमुख के पी ए कुंदन और संजीव पलांडे सहित एक बार चलाने वाले महेश शेट्टी का भी बयान दर्ज कर चुकी है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक महेश शेट्टी ने NIA को एक सूची दी थी, जिसमें उसने सचिन वझे को दिए हफ्ते का पूरा ब्यौरा है. वही सूची उसने सीबीआई को भी दी है.
मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह के खिलाफ विभागीय होगी, नए DGP संजय पांडे करेंगे जांच
महेश शेट्टी के बारे में बताया जाता है कि वो उपनगर के ज्यादातर बारों के हफ्ते जमा कर सचिन वझे को देता था. सीबीआई ने इसके अलावा आरोपी सचिन वझे और विनायक शिंदे के पास से मिली वसूली डायरी की भी जांच कर रही है. सीबीआई आज वसूली के सम्बंध में लगें आरोपों पर तत्कालीन गृहमंत्री अनिल देशमुख से सफाई मांगेगी.
बता दें, परमबीर सिंह के आरोपों के बाद महाराष्ट्र की सियासत काफी गरमा गई थी. इसी बीच परमबीर सिंह सीबीआई जांच की याचिका लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए थे, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने उनसे हाईकोर्ट जाने के लिए कहा. हाईकोर्ट ने उनकी याचिका पर सुनवाई करते हुए सीबीआई को 15 दिनों में प्राथमिक जांच करने के निर्देश दिए. इसके बाद अनिल देशमुख ने गृहमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था.
क्राइम रिपोर्ट इंडिया: अनिल देशमुख के दोनों PA, सचिन वज़े के ड्राइवरों से पूछताछ