- पाखंडी बाबा इलाज के नाम पर लोगों को लाठियों से पीटता था और मुंह में जूते ठूंसवाकर मंदिर में चक्कर लगवाता था.
- बाबा लोगों को पेड़ के पत्ते खाने को मजबूर करता था और पेशाब पीने के लिए मजबूर करता था.
- बाबा दावा करता था कि वह भूत उतार सकता है और शादी या संतान संबंधी समस्याएं दूर कर सकता है.
महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर जिले के वैजापुर के शिउर गांव से एक बेहद सनसनीखेज और चौंकाने वाली घटना सामने आई है. यहां एक बाबा आम लोगों का अघोरी अंदाज में इलाज करता था. पुरुष हों या महिला, पांखडी बाबा इलाज के नाम पर लाठियों से इन्हें पीटता था. यहां तक की मुंह में उनके ही जूते ठूंसवाकर उन्हें मंदिर के चक्कर लगवाता था. बाबा इलाज के नाम पर पेड़ के पत्ते खाने को देता था. इतना ही नहीं, लघुशंका करने के बाद उन्हें पेशाब पिलाता था. मामला सामने आने के बाद अंधश्रद्धा का पाखंड चलाने वाले पाखंडी बाबा के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है.
जानकारी के अनुसार शिऊर गांव के एक मंदिर में पिछले दो सालों से बाबा का पाखंड चल रहा था. बाबा संजय पगारे पाखंड के जाल में लोगों को फंसाकर उन्हें लूट रहा था. बाबा दावा करता था कि वो भूत उतरा देता है, जिनकी शादी नहीं हो रही उनकी शादी करवा देता है. बच्चे नहीं हो रहे तो अघोरी पूजा से बच्चा करवा देता है.
इस तरह बाबा का खुला खेल
ये पाखंडी इलाज के नाम पर चप्पल खाने के लिए लोगों को मजबूर करता था और पेशाब भी जबरदस्ती पिलाया करता था. लोगों को अपने छड़ी से पीटना इस पाखंडी के लिए आम बात थी. दो सालों से चल रहे बाबा के इस खेल का अंत निर्मूलन संगठन के कार्यकर्ताओं ने किया. उन्होंने अपने खुफिया कैमरे में बाबा की हरकतों को रिकॉर्ड कर पुलिस को इसकी सूचना दी. संबंधित पुलिस स्टेशन में इस पाखंडी के खिलाफ शिकायत की जिसके बाद विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है.