महाराष्ट्र में हिजाब और हलाल के बाद अब अजान मुद्दा का मुद्दा गरमा गया है. मुंबई में मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर को हटाने की मांग को लेकर राजनीति गर्म है. कर्नाटक में हिजाब और हलाल के बाद अब मुंबई में अजान यानी मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर पर राजनीति शुरू हो गई है. बीजेपी के बाद अब एम एन एस और सामजवादी पार्टी भी इस विवाद में कूद गई है. एमएनएस ने तो एक कदम आगे बढ़ते हुए अजान के विरोध में हनुमान चालीसा शुरू करने से इस मुद्दे पर सियासत गरमा गई है. सभी दलों के बयानों के बीच यह सवाल उठ रहा है कि क्या बीएमसी चुनाव को देखते हुए इस मुद्दे को तूल दिया जा रहा है. मनसे प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackrey) के बयान के बाद यह मामला गरमा गया है.
रविवार को मुंबई में एमएनएस कार्यकर्ताओं ने कई जगहों पर बड़े - बड़े लाउडस्पीकर लगाकर हनुमान चालीसा का आयोजन किया लेकिन पुलिस ने लाउडस्पीकर जब्त कर लिया.बीजेपी नेता मोहित कंबोज ने ट्वीट कर पुलिस से पूछा है कि क्या मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकरों पर कार्रवाई होगी ? इसके एक दिन पहले ही एमए एस प्रमुख राज ठाकरे ने शिवाजी पार्क की सभा में मस्जिदों पर लगे लाउडप्सिकर से प्रदूषण होने का आरोप लगाया था. हालांकि एमएनएस पर बीजेपी का एजेंडा चलाने का आरोप लग रहा है क्योंकि कुछ दिन पहले ही मुंबई बीजेपी ने मुंबई पुलिस आयुक्त से मिलकर मस्जिदों पर से लाउडस्पीकर हटाने की मांग की थी.
मुंबई बीजेपी अध्यक्ष मंगलप्रभात लोढ़ा ने कहा किमस्जिदों पर अजान के लिए लगे लाउडस्पीकर तुरंत बंद कराए जाने चाहिए..उन्होंने कहा कि अभी हम कुछ निर्णय नही ले सकते लेकिन आने वाले समय पर इसका निर्णय नही लिया गया तो पूरा हिंदू समाज आंदोलन करेगा. सुप्रीम कोर्ट ने साल 2005 में अपने एक आदेश में रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाई है.बीजेपी उसे ही मुद्दा बनाकर अब मुंबई में शिवसेना को घेरने की कोशिश में है. बदले में शिवसेना ने याद दिलाया है कि इसके पहले देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री और गृह मंत्री थे तब क्यो नही बंद किया? शिवसेना एमएलसी और प्रवक्ता मनीषा कायन्दे ने कहा, 2014 से 2019 तक देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री और गृहमंत्री थे, अजान और लाउडस्पीकर का को मुद्दा उठा रहे हैं तब क्यों नही उठाया किया ? मुझे बताइए उत्तर प्रदेश में मस्जिदों पर से लाउड स्पीकर निकाला क्या?
अब तो समाजवादी पार्टी भी इस लड़ाई में कूद गई है.जितना हनुमान चालीसा बजाना हो बजाएं लेकिन मंदिरों में बजाएं सड़क पर अनुमति लेकर बजाए . हम भी शरबत और ठंडा पानी पिलाएंगे.दरअसल बीएमसी चुनाव नजदीक है और शिवसेना के अलग होने के बाद बीजेपी उसके हिंदुत्व पर सवाल उठाती रहती है.लाउडस्पीकर पर अजान भी उसी कड़ी का हिस्सा है . ये मामला इतना संवेदनशील है सिर्फ मुंबई ही नही पूरे देश में सभी सराकरें अभी तक इसे अनदेखा करती रही हैं, लेकिन अब बीजेपी ने बर्रे के छत्ते को खोदकर बड़े विवाद को हवा दे दी है.