महाकुंभ 2025 का शुभारंभ 13 जनवरी से हुआ था और दुनिया के इस सबसे बड़े धार्मिक आयोजन को शुरू हुए 16 दिन हो गए हैं. इस धार्मिक आयोजन में श्रद्धालुओं की सुविधा का खास ध्यान रखा जा रहा है और इसके लिए सरकार ने सभी तरह की व्यवस्थाएं की है. इसी बीच महाकुंभ 2025 के रेलवे कार्यों को गति देने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष बनाए गए सतीश कुमार ने कहा, भारतीय रेलवे ने महाकुंभ के लिए अधिक से अधिक ट्रेनें चलाने की व्यवस्था की है. हमने प्रयागराज में 5000 करोड़ रुपये से इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ा काम किया है. इससे हमें अधिक से अधिक ट्रेनें चलाने में मदद मिली है.'
उन्होंने कहा, "हमने मौनी अमावस्या के लिए 132 ट्रेनों की योजना बनाई थी लेकिन हम पहले ही 13 और 14 तारीख को ये ट्रेनें चला चुके हैं. हम प्रयागराज क्षेत्र में भीड़ कम करने के लिए बैठे थे और हमने स्टॉप बदल दिया है और अब कुछ ट्रेनें अन्य स्टेशनों पर समाप्त होने लगी हैं. हम कल कम से कम 190 विशेष ट्रेनें चला रहे हैं. कुल मिलाकर हम इस कुंभ में 3000 स्पेशल ट्रेन चलाने जा रहे हैं".
उन्होंने कहा, "हमने अतिरिक्त रेक की व्यवस्था की है. यात्रियों का मार्गदर्शन करने के लिए हमारे पास आरपीएफ कर्मचारी हैं. हमारे पास रंग कोडित टिकट हैं. हमने स्टेशनों पर अतिरिक्त होल्डिंग क्षेत्र बनाए हैं, जो कुंभ की भीड़ की देखभाल कर रहे हैं.