लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Elections 2024) के मद्देनजर महाराष्ट्र की सीटों को लेकर कांग्रेस (Congress), शरद पवार गुट और उद्धव ठाकरे की पार्टी के गठबंधन महाविकास अघाड़ी (MVA) के बीच सीट शेयरिंग पर सहमति बन गई है. मुंबई की 6 सीटों के बंटवारे को लेकर फॉर्मूला भी सामने आ गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस मुंबई की कुल 6 लोकसभा सीटों में से 2 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. समझौते के मुताबिक संजय निरुपम (Sanjay Nirupam) वाली सीट उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) गुट को दी गई है.
मुंबई में 6 लोकसभा सीटें हैं- मुंबई उत्तर, मुंबई उत्तर पश्चिम, मुंबई उत्तर पूर्व, मुंबई उत्तर मध्य, मुंबई दक्षिण मध्य, मुंबई दक्षिण. इनमें से कांग्रेस मुंबई उत्तर मध्य और मुंबई मध्य पूर्व से अपने उम्मीदवार उतारेगी. जबकि, शिवसेना (UBT) मुंबई दक्षिण, मुंबई दक्षिण मध्य, मुंबई उत्तर, मुंबई उत्तर पश्चिम से कैंडिडेट खड़े करेगी.
48 सीटों में से 19 सीटों पर चुनाव लड़ेगी कांग्रेस
वहीं, सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस महाराष्ट्र के कुल 48 सीटों में से 19 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. ऐसे में बाकी 29 सीटें शिवसेना (UBT)और एनसीपी (SP) के बीच बंटेगी. ऐसे में शिवसेना को 21 से 22 सीटें तक मिल सकती हैं. अंतिम वक्त पर सीटों की संख्या सीटों की संख्या 23 भी हो सकती है. शरद पवार की पार्टी के 6 सीटों पर चुनाव लड़ने की उम्मीद की जा रही है.
कांग्रेस की महाराष्ट्र यूनिट के अध्यक्ष नाना पटोले ने गुरुवार को कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए महाविकास आघाडी (MVA) का सीट-शेयरिंग फॉर्मूला और इसके उम्मीदवारों की लिस्ट एक-दो दिन में घोषित की जाएगी. उन्होंने कहा कि दिल्ली में कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) ने 12 उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप दिया है. उन्होंने कहा, 'हम अपने सहयोगियों के साथ चर्चा कर रहे हैं और एक-दो दिन में सूची घोषित करेंगे.'
डॉ. भीम राव आंबेडकर के पोते प्रकाश आंबेडकर ने वीबीए उम्मीदवार के रूप में अकोला सीट से अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की थी. वीबीए ने लोकसभा चुनाव के लिए एमवीए के तीन घटक दलों के साथ गठजोड़ की कोशिश की है.
महाराष्ट्र में कब-कब पड़ेंगे वोट?
बता दें कि महाराष्ट्र में 48 लोकसभा सीट पर पांच चरणों में क्रमश: 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, सात मई, 13 मई और 20 मई को चुनाव होंगे. मतगणना 4 जून को होगी.
महाराष्ट्र में कई नेताओं ने छोड़ा कांग्रेस का साथ
महाराष्ट्र में कांग्रेस पार्टी कमजोर होती दिख रही है. हाल के दिनों में कई नेता पार्टी का हाथ छोड़ चुके हैं. राहुल गांधी के भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान 'न्याय यात्रा' के दौरान महाराष्ट्र में कांग्रेस का दामन छोड़ने वाले नेताओं में सबसे पहला नाम मिलिंद देवड़ा का रहा. इसके बाद बाबा सिद्दीकी और अशोक चव्हाण ने झटके दिए. अब संजय निरुपम भी अपनी सीट खोने के बाद खासे नाराज बताए जा रहे हैं.
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