मध्य प्रदेश में डगरई टोल प्लाजा (Madhya Pradesh Toll Plaza Attack) पर मंगलवार रात कुछ बदमाशों ने जमकर आतंक मचाया और जमकर फायरिंग भी की. खुद को बंदूकधारियों के हमले से बचाने की कोशिश में दो कर्मचारी कुएं में गिर कर डूब गए. दोनों कर्मचारी बंदूकधारी से खुद की जान बचाने के लिए भाग रहे थे, तभी यह हादसा हो गया. दोनों मृतक कर्मचारियों की पहचान आगरा के श्रीनिवास परिहार और नागपुर के शिवाजी कंडेले के रूप में हुई है. उनके शव बुधवार को कुएं से बरामद कर लिए गए. पुलिस ने बताया कि यह घटना मंगलवार रात करीब 10 बजे हुई.
नेशनल हाईवे-44 पर डगराई टोल प्लाजा के सीसीटीवी कैमरों में एक चौंकाने वाली फुटेज सामने आई है. इसमें चार बाइकों पर नकाबपोश टोल बूथ के पास आते दिख रहे हैं. इसके बाद वे टोल काउंटरों के दरवाजों पर लात मारना शुरू कर देते हैं. इस दौरान कुछ लोग बूथ में घुसने में कामयाब हो गए. हमलावरों ने इस दौरान वहां जमकर बवाल काटा.
टोल प्लाजा पर बंदूकधारियों का आतंक
सीसीटीवी में कैद नकाबपोश हमलावर कंप्यूटरों को नुकसान पहुंचाते, टोल प्लाजा कर्मचारियों की पिटाई करते और उन्हें बाहर खींचने की कोशिश करते दिखाई दे रहे हैं. जानकारी ये भी सामने आई है कि हमलावरों ने हवा में फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद कर्मचारी अपनी जान बचाने के लिए बगल के खेत में भाग गए. भागते समय परिहार और कंडेले टोल ऑफिस के ठीक पीछे एक खुले कुएं में गिरकर डूब गए.
मुफ्त में ट्रक-डंपर नहीं निकले तो चलाई गोलियां
बताया जा रहा है कि झांसी और ग्वालियर के बीच टोल प्लाजा का कॉन्ट्रैक्ट 1 अप्रैल को बदल गया और यह नए ठेकेदार को सौंप दिया गया. जानकारी के मुताबिक, बदमाश टोल प्लाजा से मुफ्त में ट्रक-डंपर निकलवाते थे और इनके मालिकों से पैसे वसूलते थे. जब नई कंपनी ने इस टोल पर काम संभाला तब से फ्री में वाहन नहीं निकलने दिए. नए ठेकेदार ने फ्री में वाहन जाने देने से इनकार कर दिया. जिसके बाद बदमाशों ने टोल प्लाजा पर जमकर आतंक मचाया.
15 मिनट में 20-30 राउंड फायरिंग
जानकारी के मुताबिक, बदमाश लगातार 15 मिनट तक गोलियां बरसाते रहे. उन्होंने 20 से 30 राउंड के बीच गोलियां चलाईं. पुलिस के मुताबिक, ये बदमाश 6 बाइकों पर सवार होकर यहां आए थे. पुलिस सीसीटीवी के आधार पर इन बदमाशों की पहचान कर रही है.एक अधिकारी ने कहा कि अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.