मध्यप्रदेश ने एक दिन लगभग 16.5 लाख लोगों को टीका लगाकर देश में टीकाकरण में एक नया रिकार्ड बना दिया है. ये आंकड़ा सोमवार को देश में हुए कुल टीकाकरण का लगभग 20 प्रतिशत है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जन-भागीदारी को इस महा अभियान की सफलता श्रेय दिया है. मध्यप्रदेश में सोमवार को सभी जिलों में एक साथ टीकाकरण महाअभियान शुरू हुआ. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दतिया जिले में मां पीताम्बरा के दर्शन कर ग्राम परासरी में टीकाकरण महाअभियान का शुभारंभ किया और आमजन से वैक्सीन लगवाने की अपील की. मुख्यमंत्री ने इस मौके पर आमजन को वैक्सीन के लिये प्रेरित कर शपथ भी दिलवाई. आलम ये था कि राज्य में प्रति घंटे वैक्सीनेशन की रिपोर्ट दोगुनी होती रही. सुबह 10 बजे तक 60 हजार, प्रात: 11 बजे तक एक लाख 75 हजार, दोपहर 12 बजे तक 3 लाख 37 हजार, दोपहर 1 बजे 5 लाख 21 हजार, दोपहर 2 बजे 7 लाख 10 हजार, दोपहर 3 बजे 8 लाख और शाम 5 बजे तक 12 लाख 12 हजार लोगों ने वैक्सीन लगवा ली.
मध्यप्रदेश ने क्या अलग किया
टीकाकरण महाअभियान में 10 लाख लोगों को वैक्सीनेट करने का लक्ष्य रखा गया था. निर्धारित लक्ष्य प्राप्त करने के लिये प्रदेश के 52 जिलों में 7000 टीकाकरण केन्द्र बनाये गये. सभी केन्द्रों पर उत्सव जैसा माहौल बनाया गया और टीका लगवाने आये व्यक्ति का स्वागत भी किया गया. जन-प्रतिनिधियों सहित विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के प्रमुखों, धर्मगुरुओं, साहित्यकारों, बुद्धिजीवियों और गणमान्य नागरिकों ने वैक्सीनेशन कार्य को गति प्रदान की. प्रदेश के जन-भागीदारी मॉडल को अपना कर टीकाकरण महाअभियान को अपार सफलता मिली. विशेष रूप से बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिये स्थानीय प्रशासन द्वारा केन्द्र पर लाने और ले जाने के लिए वाहन की व्यवस्था भी की गई. हर केन्द्र पर एक प्रेरक नियुक्त किया गया. स्वयं मुख्यमंत्री सहित मंत्रि-परिषद के सदस्य, सांसद, विधायक, नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र के जन-प्रतिनिधि, क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्य सहित धर्मगुरु, सामाजिक कार्यकर्ता सहित विभिन्न वर्गों के प्रबुद्ध नागरिकों ने प्रेरक की भूमिका निभाई. विभिन्न क्षेत्रों की हस्तियों ने भी टीकाकरण महाअभियान मे बढ़-चढ़ कर भाग लिया. इसमें नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी सहित खेल, साहित्य, कला, संगीत, शिक्षा, कवि, अभिनेता और विभिन्न धर्मों के गुरुओं ने भी वैक्सीनेशन के लिये सोशल मीडिया पर अपील जारी की. साथ ही वैक्सीनेशन सेंटर्स पर प्रेरक की भूमिका भी निभाई.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दतिया जिले के ग्राम परासरी, भोपाल के अन्नानगर और सिहोर जिले के पिपलानी गांव में टीकाकरण महाअभियान का आगाज करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण से प्रदेशवासियों को पूरी तरह से सुरक्षित करने के लिये यह महाअभियान चलाया गया है. उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 को हराने और सभी को सुरक्षित करने के लिये वैक्सीन रामबाण है. सभी लोगों को वैक्सीन लगे, इसके लिये समाज के सभी वर्गों को इस महाअभियान से जोड़ा गया है. सभी के प्रयासों से वैक्सीनेशन के जो आंकड़े सामने आ रहे हैं वह काफी उत्साहजनक हैं. इसकी सफलता के पीछे सभी वर्गों का सहयोग शामिल है, जिन्होंने प्रेरक बनकर महाअभियान में भागीदारी सुनिश्चित की. उन्होंने ये भी कहा कोरोना अभी गया नहीं है, अत: सतर्कता और सजगता निरन्तर बनाये रखें. कोरोना रूपी संकट ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है. हमारी प्राथमिकता कोरोना पर विजय प्राप्त करना है. कोरोना बहरूपिया है, जो अपना रूप बदलता रहता है. इसलिये हमारा सभी का यह प्रयास होना चाहिए कि ऐसा समय दोबारा न आये. सभी लोग वैक्सीन लगवा कर कोरोना संक्रमण से सुरक्षित हों.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर से प्रदेशवासियों को बचाने के लिये टीकाकरण महाअभियान चलाया गया है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नि:शुल्क वैक्सीनेशन की जो व्यवस्था की है, उससे न केवल मध्यप्रदेश बल्कि पूरा राष्ट्र कोरोना संक्रमण से बच सकेगा. टीकाकरण महाअभियान 21 जून के बाद भी निरंतर चलेगा. जिन स्थानों पर वैक्सीनेशन पूरा हो जाएगा वहां से वैक्सीनेशन सेंटर अन्य स्थानों पर स्थानांतरित किया जाएगा. कोरोना के प्रति जन-जागरूकता पैदा करने के लिये पंजीबद्ध एक लाख से अधिक कोरोना वॉलेंटियर्स महाअभियान में सक्रिय भूमिका निभाएंगे. एक जुलाई से फिर से तीन दिवसीय वैक्सीनेशन अभियान चलेगा. इसमें आमजन को प्रेरित करने के लिए "जागरूक यात्राएं" निकाली जाएगी.