मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में अब तक कोरोनावायरस के नए,डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus variant) के पांच मामले सामने आए हैं, इससें से एक व्यक्ति की इस संक्रमण के कारण मौत हुई. राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने गुरुवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया, 'अन्य चार लोग, जिन्हें कोविड-19 टीका लग चुका है, ठीक हैं.' उन्होंने बताया कि उज्जैन के एक ,; जिसे टीका नहीं लगा था, उसकी इस वेरिएंट के कारण मौत हुई है. गौरतलब है कि डेल्टा प्लस को केंद्र सरकार ने 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' (चिंताजनक) माना है.
मंत्री सारंग ने बताया, अब तक भोपाल से तीन और उज्जैन से दो लोग डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं. उन्होंने कहा, 'एक जीनोम सीक्वेंसिंग मशीन जल्द ही भोपाल में स्थापित की जाएगी, इसके बाद राज्य को दिल्ली सैंपल भेजने की जरूरत नहीं होगी.' उज्जैन में एक अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की है एक महिला की 23 मई को डेल्टा प्लस वेरिएंट से मौत हुई है.
विशेषज्ञों को चिंता, डेल्टा प्लस वेरिएंट देश में ला सकता है तीसरी लहर
इस अधिकारी ने बताया, ‘‘महिला मरीज की मौत पाटीदार अस्पताल में 23 मई को कोरोना वायरस से हुई थी. उसके नमूने को 14 अन्य लोगों के नमूनों के साथ जीनोम सीक्वेंसिंग (genome sequencing) के लिए लैब भेजा गया था. इन 15 नमूनों में से दो लोगों में डेल्टा प्लस के संक्रमण की पुष्टि हुई.'' हालांकि, जिला प्रशासन ने यह नहीं बताया कि नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट कब मिली. प्रशासन ने कहा कि इन दोनों मरीजों के संपर्क में आए 21 लागों की आरटी-पीसीआर जांच की गई लेकिन कोई कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं मिला.उज्जैन के कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि डेल्टा प्लस से जिले में खतरा नहीं है लेकिन लोगों को ऐहतियातों का पालन करना चाहिए