कोलकाता में 31 साल की ट्रेनी डॉक्टर (Kolkata Rape Murder) के साथ हुई बर्बरता से पूरा देश सदमे में है. देशभर के डॉक्टर्स में उबाल हैं. लखनऊ से लेकर मुंबई, कोलकाता और अन्य जगहों के डॉक्टर्स पीड़िता के लिए इंसाफ की मांग करते हुए अपना विरोध जता रहे हैं. ये डॉक्टर्स आज कैंडल मार्च भी निकालने जा रहे हैं. इनमें डर,गुस्सा और निराशा तीनों ही हैं. उनका कहना है कि एक डॉक्टर के तौर पर वह लोगों की जिंदगी बचाते हैं लेकिन इनकी अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी है. NDTV के रिपोर्टर्स ने ग्राउंड में हैं. कोलकाता में मनीष कुमार, मुंबई में पारास दामा और लखनऊ में तनिष्क पंजाबी ने इन प्रदर्शनकारी डॉक्टर्स से बातचीत कर जाना कि आखिर वह क्या चाहते हैं और उनकी मांगें क्या है.
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लखनऊ के डॉक्टर्स की क्या है मांग?
लखनऊ के प्रदर्शनकारी डॉक्टर्स ने कहा," हम रक्षाबंधन के त्योहार के जरिए देश को ये बताना चाहते हैं कि अब वो वक्त नहीं है जब हमारी बहन को साल में एक दिन रक्षा की जरूरत पड़ेगी. अब रक्षाबंधन का इंतजार नहीं किया जा सकता. अब हर रोज एक रक्षाबंधन होगा. अब हर रोज अपनी बहन को सुरक्षा मुहैया करानी पड़ेगी. यही हमारा नया भारत है."
प्रदर्शन कर रही महिला डॉक्टर ने कहा, सभी महिला डॉक्टर्स, हमारे साथी, हमारे जूनियर्स, हमारे प्रोफेसर, सब हमारे साथ हैं. लेकिन ये सरकारी अस्पताल हैं. यहां पर मरीजों के रिश्तेदार होते हैं. हम किसी को नहीं जानते. वो लोग भी अंदर आ सकते हैं. हमारे गार्ड का सिस्टम इलेक्ट्रॉनिक नहीं है. सब ऐसे ही अंदर जाते हैं. उनको अंदर आने की परमिशन नहीं है, लेकिन वह फिर भी अंदर आते हैं. वह रात के समय भी कमरों में आ सकते हैं. अगर किसी मरीज को कोई परेशानी है तो वह भी बात करने के लिए ऐसे ही अंदर आ सकता है, ये एक बड़ी दिक्कत है. इसके लिए हमने एक्स्ट्रा गार्ड्स और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम और अलार्म सिस्टम की मांग की है.
कोलकाता के डॉक्टर्स क्या चाहते हैं?
कोलकाता के प्रदर्शनकारी डॉक्टर का कहना है कि दो दिन हो गए लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिला है. तो हम कैसे संतुष्ट हो सकते हैं. हर दिन सबूत मिटाए जा रहे हैं, टेंपरिंग की जा रही है. वहीं दूसरे डॉक्टर ने कहा कि हमको न्याय चाहिए. न्याय नहीं मिलता, तब तक प्रदर्शन चलता रहेगा. कोई भी क्लेरिटी और ट्रांसपेरेंसी अब तक नहीं मिली है. न्याय मिलने तक यह विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.
प्रदर्शनकारी डॉक्टर की मांग है कि पीड़ित को जल्द से जल्द न्याय मिलना चाहिए. पुलिस के सामने हमारे शांतिपूर्ण विरोध में गुंडे आकर लड़ रहे हैं और वॉर्ड में तोड़फोड कर रहे हैं. हम चाहते हैं कि दोषियों को पुलिस गिरफ्तार करे और जल्द न्याय मिले, बस यही मांग है.
मुंबई ने नायर अस्पताल के डॉक्टर्स की मांग
मुंबई ने नायर अस्पताल में प्रदर्शन कर रहे डॉक्टर ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से बात की है. उन्होंने आश्वासन दिया है कि वे केंद्र सरकार से जाकर बात करेंगे. वह पूरी कोशिश करेंगे कि सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट जल्द से जल्द शुरू हो.
नायर अस्पताल की महिला प्रदर्शनकारी डॉक्टर ने कहा कि क्राइम का कोई चेहरा नहीं होता, कोई राज्य नहीं होता और कोई शहर भी नहीं होता. हम भी यही कहना चाहते हैं कि आज जो घटना वहां हुई है, वह देश की किसी भी महिला के साथ हो सकती है.
वहीं एक अन्य प्रदर्शनकारी महिला डॉक्टर ने कहा कि हम पूरा जीवन जान बचाने के लिए पढ़ाई करते हैं. हमारी जान भी तो सुरक्षित होनी चाहिए. हमें सुरक्षा के अलावा कुछ भी नहीं चाहिए. अगर डर नहीं होगा तो सुरक्षा भी नहीं होगी. हम आज भी काम करने के लिए तैयार हैं. इमरजेंसी सर्विसेज और ओपीडी चालू हैं. मरीजों को कोई तकलीफ नहीं हो रही है. दूसरे डॉक्टर्स उनको देख रहे हैं. हमारी यही मांग है कि सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट पास होना चाहिए, जिससे लोगों में डर पैदा हो. हम एक सम्मानजनक जॉब में हैं, उसका कुछ तो मतलब होना चाहिए. अगर हम यहां रहेंगे तो हमारी सुरक्षा सरकार के ही हाथों में है.
डॉक्टर संग हुई बर्बरता रेप या गैंगरेप?
कोलकाता में डॉक्टर संग हुई जघन्य घटना को लेकर अभी पूरे देश में आंदोलन चल रहा है, उसमें ज्यादातर लोगों को लगता है कि सिर्फ रेप की घटना नहीं है बल्कि ये गैंगरेप का मामला है. कोलकाता पुलिस ने सिर्फ एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. इस घटना में एक से ज्यादा लोग शामिल हैं. सीबीआई ने जो जांच शुरू की है या फिर उसके पास जो सबूत हैं, यहां तक कि मुख्य आरोपी संजय राय की रिमांड पर कोलकाता पुलिस ने भी पूछताछ की है, सीबीआई भी पूछताछ कर रही है. इससे ये साफ हो जाएगा कि इस जघन्य घटना को क्या सिर्फ संजय राय ने अंजाम दिया था या फिर इसमें एक से ज्यादा लोग शामिल हैं.