इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के पूर्व प्रमुख ललित मोदी ने घोषणा की है कि वह कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर उनकी उन टिप्पणियों के लिए यूनाइटेड किंगडम की अदालत में मुकदमा दायर करेंगे, जिनमें राहुल ने उनका नाम भ्रष्टाचार और मनी लॉन्डरिंग से जोड़ा था. IPL में वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों से घिरने के बाद वर्ष 2010 से लंदन में ही बसे हुए ललित मोदी ने माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर गुरुवार को राहुल गांधी पर बरसते हुए कहा, "मैं उन्हें (राहुल गांधी को) खुद को पूरी तरह मूर्ख साबित करता हुआ देखने के लिए उत्सुक हूं..."
ललित मोदी द्वारा राहुल गांधी के ख़िलाफ़ कानूनी कार्रवाई करने की घोषणा से कुछ ही दिन पहले 'मोदी सरनेम' को लेकर की गई टिप्पणियों के लिए मानहानि के मामले में सूरत की एक अदालत ने राहुल गांधी को दोषी करार दिया था और दो साल कैद की सज़ा सुनाई थी. दरअसल, राहुल गांधी ने वर्ष 2019 में कर्नाटक के कोलार में एक चुनावी रैली के दौरान राहुल ने ललित मोदी और भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के साथ जोड़कर "सभी चोरों का सरनेम मोदी कैसे हो सकता है...?" टिप्पणी की थी. अदालत में इस दोषसिद्धि के परिणामस्वरूप संसद सदस्य के रूप में भी राहुल गांधी को अयोग्य घोषित कर दिया गया.
ललित मोदी ने राहुल गांधी द्वारा उन्हें 'इंसाफ का भगोड़ा' कहने के आधार पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें कभी भी किसी भी अपराध के लिए दोषी करार नहीं दिया गया है. उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्होंने 'दुनिया का सबसे बड़ा खेल आयोजन' तैयार किया, जिसने करीब 100 अरब अमेरिकी डॉलर कमाए, और ललित मोदी के परिवार ने गांधी परिवार की तुलना में भारत के लिए अधिक काम किया है. उन्होंने राहुल गांधी को अपने आरोपों को साबित करने की चुनौती देते हुए कहा कि वह उन्हें अदालत में खुद को पूरी तरह मूर्ख साबित करता हुआ देखने के लिए उत्सुक हूं.
IPL के पूर्व प्रमुख ने कांग्रेस के कई नेताओं पर विदेशों में संपत्ति होने का आरोप भी लगाया और कहा कि वह उनकी संपत्तियों के पते और तस्वीरें उपलब्ध करवा सकते हैं. उन्होंने कहा कि जैसे ही भारत में मानहानि के कड़े कानून पास होंगे, वह भारत लौट आएंगे.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अब तक ललित मोदी के ट्वीट या उनकी कानूनी धमकी का जवाब नहीं दिया है. उनकी पार्टी का दावा है कि उन्हें दी गई सज़ा राजनीति से प्रेरित है और राहुल उसके ख़िलाफ़ ऊंची अदालत में अपील करेंगे. राहुल गांधी क्रोनी कैपिटलिज़्म सहित विभिन्न मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की आलोचना के बारे में मुखर रहे हैं.