मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का ड्राइव इन मूवी थिएटर इन दिनों कोरोना वैक्सीनेशन (drive-in vaccination centre) का केंद्र बन गया है. यहां लोगों को अपनी कार में बैठे-बैठे ही कोरोना की वैक्सीन लगवाने की सुविधा दी गई है. लोगों ने इस सुविधा और सुरक्षा के साथ टीकाकरण की इस पेशकश को हाथोंहाथ लिया. सोमवार को यहां सैकड़ों कारों की लंबी कतारें देखी गईं. मध्य प्रदेश के पर्यटन निगम ने अशोका होटल (Ashoka Hotel) में इस ड्राइव इन वैक्सीनेशन सेंटर का आगाज किया है.
लोगों को यहां अपनी-अपनी कार में बैठे-बैठे ही वैक्सीनेशन की बारी आने का इंतजार करना होता है. एक मई से यहां 18 साल से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण शुरू हुआ है. कार में बैठे रहने से सोशल डिस्टेंसिंग कायम होने और भीड़भाड़ से बचने का यह तरीका लोगों को सुरक्षित लग रहा है. लिहाजा अस्पताल जाकर वैक्सीन लगवाने की जगह कार में ही टीका लेने की यह सुविधा उन्हें खूब रास आ रही है.
टीका लगने के बाद भी लोगों को अपनी कार के अंदर ही आधे घंटे निगरानी में रहना होता है. एएनआई की खबर के मुताबिक, अशोका होटल के मैनेजर केके पटेल ने कहा कि लोगों से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है. लोग खुली जगह में अपनी कार के अंदर बैठे-बैठे ही टीका लेने को लेकर सुरक्षित और उत्साहित महसूस कर रहे हैं. इस सेंटर में कोविड वैक्सीनेशन एक मई को ही शुरू हुआ है. पटेल ने कहा कि टीकाकरण 5 बजे से 8 बजे तक चलता है, जिसके लिए कोविन पोर्टल या आरोग्य सेतु ऐप के जरिये रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है.
सिनेमा और मनोरंजन के अन्य केंद्रों में वैक्सीनेशन सेंटर ( vaccination centre ) खुल रहे हैं, क्योंकि कोरोना से जुड़ी पाबंदियों के कारण यहां अन्य तरह की गतिविधियां बंद हैं. मध्य प्रदेश में कोरोना के मामलों में फिलहाल बढ़ोतरी ही हो रही है. इंदौर और भोपाल कोरोना संक्रमण के बड़े केंद्र बने हुए हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पत्रकारों को भी फ्रंटलाइन वर्कर मानते हुए कोविड वैक्सीनेशन में प्राथमिकता देने का ऐलान किया है.
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