केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने संसद में बजट पर चर्चा का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि मैं सदन के सभी सदस्यों को धन्यवाद देती हूं, जिन्होंने बजट को लेकर अपनी बात रखी. सभी ने लोकतांत्रिक ढंग से अपनी बात रखी किसी ने सुधार की दृष्टि से कुछ सुझाव दिए तो किसी ने आलोचना करने का प्रयास किया. हालांकि वित्त मंत्री ने सदन में कर्नाटक की कांग्रेस सरकार का जिक्र कर कांग्रेस पार्टी पर जमकर हमला बोला. वित्त मंत्री ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के मुख्यमंत्री कहते हैं कि 187 करोड़ का नहीं सिर्फ 89 करोड़ का घोटाला हुआ है. वित्त मंत्री ने निशाना साधते हुए कहा कि क्या कॉन्फिडेंस है...
वित्त मंत्री ने कांग्रेस नेता चरणजीत सिंह चन्नी से कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जी कर्नाटक जाकर सवाल पूछिए अपने मुख्यमंत्री से, इधर पूछने की आवश्यकता नहीं है. एससी के मुद्दे पर बात करने वाले कांग्रेस के सभी नेता आज ही कर्नाटक जाकर अपने मुख्यमंत्री से पूछे कि उधर क्या चल रहा है. वित्त मंत्री ने कहा कि घपला करो फिर कहो कि 187 करोड़ नहीं सिर्फ 89 करोड़ ही है. एससी और एसटी के पैसों का उधर घपला हो रहा है. मगर एससी को लेकर वो हमें लेक्चर दे रहे हैं.
बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा, “मैं यही कहना चाहूंगी कि जिस तरह से देश की जनता ने हम पर विश्वास जताया है, उसका हम मान रखेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता के दम पर देश के विकास की गति तेज हो रही है. हमारी यही कोशिश रहेगी कि कैसे भी हम सभी एकजुट होकर देश के विकास को नई गति प्रदान कर सकें. मौजूदा समय में कई प्रकार की राजनीतिक विसंगति सामने आ रही है, लेकिन हम इन विसंगतियों को कतई बर्दाश्त करने वाले नहीं हैं. हमारे लिए हमेशा से ही लोगों का हित प्राथमिकता है और इस पर लगातार काम करते रहेंगे.”
उन्होंने आगे कहा, “हम 2047 तक विकसित भारत की परिकल्पना को किसी भी कीमत पर स्थापित करेंगे. मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में काम करने का असीम हर्ष है. नित दिन मुझे कुछ ना कुछ नया सीखने को मिल रहा है. पीएम मोदी के नेतृत्व में हमारे सरकार की यही कोशिश है कि विकास हो. कैसे मौजूदा राजनीतिक विसंगतियों को खत्म किया जाए, हम इसी दिशा में अनवरत प्रयासरत हैं. हमारे लिए कल भी जनता का हित ही सर्वोपरि था और आगे भी रहेगा.”
उन्होंने कहा, “मैं सदन के सभी सदस्यों का धन्यवाद करना चाहूंगी, जिन्होंने बजट सत्र में हिस्सा लिया और अपने सुझाव सदन के पटल पर रखे. मैं यहां हर प्रकार के मुद्दों का समाधान तलाशने का प्रयास कर रहा हूं. आने वाले दिनों में हम विभिन्न मुद्दों का समाधान करने के लिए पूरी रूपरेखा तैयार कर उसे जमीन पर उतारने की दिशा में काम करेंगे.”
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