'NDTV इलेक्शन कार्निवल' पहुंचा प्याज और अंगूर के शहर नासिक, NDA या MVA... किसे चुनेगी जनता?  

बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक श्री त्र्यंबकेश्वर नासिक में है. कहा जाता है कि भगवान राम ने अपने वनवास के 14 सालों में से ढाई साल नासिक में गुजारे थे. नासिक प्याज और अंगूर के लिए भी देश भर में मशहूर है.

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नासिक (महाराष्ट्र):

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के दो चरण की वोटिंग हो चुकी है. 7 मई को तीसरे फेज को लेकर पार्टियों का प्रचार जोरों पर है. ऐसे में एनडीटीवी का खास कार्यक्रम 'NDTV इलेक्शन कार्निवल' (NDTV Election Carnival) कई राज्यों से होते हुए सोमवार को अंगूर और प्याज के लिए मशहूर शहर नासिक पहुंचा. लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) के मद्देनजर ये 'कार्निवल' चुनावी माहौल को समझने और जनता का मूड भांपने को लेकर दिल्ली, उत्तराखंड, यूपी, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और गुजरात का सफर तय कर चुका है. महाराष्ट्र में इस बार राजनीतिक समीकरण काफी बदला हुआ है, ऐसे में दोनों गठबंधन के लिए चुनौती बड़ी है.

बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक श्री त्र्यंबकेश्वर नासिक में है. कहा जाता है कि भगवान राम ने अपने वनवास के 14 सालों में से ढाई साल नासिक में गुजारे थे. नासिक प्याज और अंगूर के लिए भी देश भर में मशहूर है.

महाराष्ट्र में उत्तर प्रदेश (80) के बाद सबसे ज्यादा 48 लोकसभा की सीटें हैं. पिछली बार बीजेपी के साथ गठबंधन में लड़ने वाली शिवसेना के अब दो भाग हो चुके हैं. उद्धव ठाकरे की शिवसेना अब कांग्रेस के साथ गठबंधन में है. वहीं एनसीपी के भी टूट के बाद शरद पवार का गुट कांग्रेस-शिवसेना (उद्धव) के साथ तो अजित पवार का गुट बीजेपी और शिंदे की शिवसेना के साथ है.

वहीं नासिक और डिंडोरी लोकसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां पांचवें चरण के तहत 20 मई को मतदान होगा.

'कार्निवल' में शामिल बीजेपी के नेता ने कहा पिछले 10 साल में मोदी सरकार ने तेजी से विकास के काम किए हैं और इस बार भी जनता ने नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री चुनने की मन बना लिया है.

किसानों के नुकसान पर जवाब दे सरकार- कांग्रेस
वहीं कार्यक्रम में शामिल कांग्रेस नेता ने कहा कि प्याज का मुद्दा यहां लोगों का मुद्दा है, व्यापारियों का मुद्दा है. इस बार महाराष्ट्र से और नासिक से प्याज का निर्यात काफी कम हुआ है, बैन हो गया था. सरकार को इस नुकसान का जवाब देना होगा. इससे किसानों को नुकसान हुआ है.

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स्थानीय लोगों ने बेरोजगारी, स्वास्थ्य और महिला सुरक्षा का उठाया मुद्दा
स्थानीय लोगों ने बेरोजगारी और नौकरी का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि सरकार का इस ओर ध्यान नहीं है. वहीं कुछ लोगों ने बदहाल स्वास्थ्य सुविधाओं का भी मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि आज सभी उद्योग धंधे भी महाराष्ट्र से उठकर गुजरात में जा रहे हैं. महिलाओं ने आधी आबादी की सुरक्षा का भी मुद्दा उठाया. युवाओं ने नेताओं के दल-बदल और गठबंधन बदलने की आलोचना की.

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'NDTV इलेक्शन कार्निवल' 34 लोकसभा क्षेत्रों से गुजरेगा

'NDTV इलेक्शन कार्निवल' 34 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के 34 प्रमुख शहरों से होते हुए 5000 किलोमीटर की दूरी तय करेगा. एनडीटीवी नेटवर्क ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर नागरिकों से जुड़ने और जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ये पहल की है. एनडीटीवी इलेक्शन कार्निवल एक ट्रैवलिंग स्टूडियो है, जो नई दिल्ली, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के 34 शहरों से होकर गुजरेगा.