MP का 'शूटिंग रेंज' : चुनावी गेम की सभी 29 टारगेट हिट कर पाएगी BJP या कांग्रेस देगी 'सरप्राइज'?

मध्य प्रदेश की 29 सीटों में पिछले तीन लोकसभा चुनावों को देखें, तो कांग्रेस सिर्फ छिंदवाड़ा में भी परफेक्ट स्कोर कर पाई है. यहां BJP अब तक सेंध नहीं लगा पाई है. हालांकि, अब धीरे-धीरे इस सीट पर BJP का स्कोर भी बेहतर होता जा रहा है. 2009 में BJP को 35% वोट मिला. 2014 में 40% वोट मिला. 2019 के इलेक्शन में 44% वोट मिला.

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मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान इस बार विदिशा से चुनाव लड़ रहे हैं.
नई दिल्ली/भोपाल:

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की शूटिंग रेंज को देश की सबसे समृद्ध रेंज माना जाता है. यहां खिलाड़ियों की फरफॉर्मेंस तो आपने देखी होगी. भोपाल के शूटिंग रेंज की तरह लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के मैदान में मध्य प्रदेश की 29 सीटों का शूटिंग रेंज भी कम दिलचस्प नहीं है. एमपी के चुनावी गेम में 29 में से 28 सीटों पर BJP के शूटर (उम्मीदवार) तैनात हैं. सिर्फ छिंदवाड़ा में कांग्रेस (Congress) निशाना साध पाई है. ऐसे में सवाल ये है कि क्या पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की 'कोचिंग' में BJP इस बार 29 में से 29 टारगेट को हिट कर पाएगी? या कॉम्पीटिशन में बने रहने के लिए कांग्रेस कोई 'सरप्राइज' देगी.

एमपी शूटिंग रेंज 2024 
BJP का टारगेट - 29 सीट
कांग्रेस का टारगेट- 29 सीट

एमपी शूटिंग रेंज के मुख्य शूटर 
टीम BJP: पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम मोहन यादव, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया.    
टीम कांग्रेस : सांसद राहुल गांधी, पूर्व सीएम कमलनाथ, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी.

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BJP का टारगेट और स्कोर?
शुरुआत 2009 के लोकसभा चुनावों से करते हैं. टीम BJP ने 29 में से 16 सीटें जीतीं. 44% वोट मिला.
2014 के लोकसभा चुनाव में टीम BJP ने 27 सीटें जीती. 54% वोट शेयर रहा. 
2019 के इलेक्शन में टीम BJP के सभी शूटरों ने शानदार परफॉर्मेंस दी. टीम ने 29 में से 28 सीटों को हिट किया. वोट शेयर 58% हो गया.

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कांग्रेस का चुनावी टारगेट और स्कोर?
2009 के लोकसभा चुनावों में टीम कांग्रेस ने 29 में से 12 सीटों पर जीत हासिल की. वोट शेयर 40 फीसदी रहा. एक सीट बहुजन समाज पार्टी के खाते में गईं. 2014 के लोकसभा चुनावों में टीम कांग्रेस ने 29 में से सिर्फ 2 सीटें जीती. 35 फीसदी वोट मिला. 2019 के इलेक्शन में कांग्रेस सिर्फ एक सीट पर सिमट गई. वोट शेयरर 35 फीसदी ही रहा.

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छिंदवाड़ा में कांग्रेस का परफेक्ट स्कोर 
मध्य प्रदेश की 29 सीटों में पिछले तीन लोकसभा चुनावों को देखें, तो कांग्रेस सिर्फ छिंदवाड़ा में भी परफेक्ट स्कोर कर पाई है. यहां BJP अब तक सेंध नहीं लगा पाई है. हालांकि, अब धीरे-धीरे इस सीट पर BJP का स्कोर भी बेहतर होता जा रहा है. 2009 में BJP को 35% वोट मिला. 2014 में 40% वोट मिला. 2019 के इलेक्शन में 44% वोट मिला.

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BJP टारगेट हिट करने में चूकी तो कांग्रेस को होगा फायदा
साफ है कि एमपी के चुनावी गेम में BJP टॉप परफॉर्मर है. लेकिन कहते हैं सबसे अच्छे खिलाड़ी को लेकर कुछ आशंकाएं भी रहती हैं. अगर BJP 2024 के चुनावी गेम में टारगेट पर सटीक निशाना लगाने से 5% भी चूकी, तो गेम में कांग्रेस को फायदा मिल सकता है. 

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मध्य प्रदेश में अगर BJP 5% भी चूकी, तो उसे 2 सीटों का नुकसान होगा. ये 2 सीटें कांग्रेस के खाते में जुड़ जाएंगी. यानी उसके पास 3 सीटें हो जाएंगी. इसी तरह अगर टीम BJP निशाने से 10% चूकी, तो उसे 9 सीटों का नुकसान होगा. कांग्रेस के हिस्से में 10 सीटें आ जाएंगी.            

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?        
क्या एमपी शूटिंग रेंज का चैंपियन बनने के लिए BJP छिंदवाड़ा को साध पाएगी? इसके जवाब में राजनीति विश्लेषक अमिताभ तिवारी कहते हैं, "छिंदवाड़ा में अचूक निशाने के लिए BJP पिछले दो चुनावों से कर रही है. पार्टी के वोट शेयर में चुनाव दर चुनाव काफी इजाफा भी हुआ है. BJP 32-33 फीसदी से 44-45 फीसदी वोट शेयर तक पहुंच चुकी है. 2014 में छिंदवाड़ा में जीत का मार्जिन 1 लाख 20 हजार था. पिछले चुनाव में ये सिर्फ 35 हजार वोट रह गया है. लोकसभा चुनाव के हिसाब से देखें, तो 35 हजार वोट का मार्जिन कोई बड़ा मार्जिन नहीं होता है. कई कांग्रेसी नेताओं ने इस दौरान BJP का दामन थाम लिया है. लिहाजा BJP को उम्मीद है कि शायद वो इस बार छिंदवाड़ा में सेंध मारने में कामयाब हो जाएगी."        

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BJP के तमाम खिलाड़ी चाहे वो सीएम मोहन यादव हों या पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान... ये सभी छिंदवाड़ा में डेरा डाले हुए हैं. कई दिनों तक वो वोटरों के बीच रहे. आंकड़ें भी बता रहे हैं कि BJP ने छिंदवाड़ा में अपनी पकड़ पहले से मजबूत कर ली है. क्या कांग्रेस में इसे लेकर कोई परिवर्तन आएगा? इसके जवाब में राजनीति विश्लेषक मनीषा प्रियम कहती हैं, "छिंदवाड़ा में सबसे ज्यादा 79 फीसदी वोटिंग हुई थी. बेशक ये लोकसभा का चुनाव है, लेकिन मध्य प्रदेश में BJP ने इसे छिंदवाड़ा का चुनाव बना दिया है. छिंदवाड़ा में कई जमीनी हालात भी बदले हुए हैं. कमलनाथ के बहुत करीबी लोग अब BJP के साथ हैं."

मनीषा प्रियम कहती हैं, "छिंदवाड़ा से इसबार कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ मैदान में हैं. लेकिन BJP की बढ़ती ताकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पहली बार कमलनाथ का पूरा परिवार, परिवार की महिलाएं सामने आकर कांग्रेस के लिए वोटिंग की अपील कर रही हैं. देखना दिलचस्प होगा कि क्या कमलनाथ के परिवार की गुहार पर वोटर गौर करेंगे या मोदी की गारंटी को चुनेंगे."

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